16 साल में सबसे ठंडा रहा 16 दिसंबर, शाम 6 बजे ही पड़ने लगी धुंध
जालंधर में 16 साल बाद रविवार का दिन सबसे ठंडा दिन रहा। न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस तक जा गिरा। 2003 में पारा 2.6 डिग्री तक गिरा था।
जागरण संवाददाता. जालंधर : शहर में 16 साल बाद रविवार का दिन सबसे ठंडा दिन रहा। न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस तक जा गिरा। इससे पहले 2003 में पारा 2.6 डिग्री सेल्सियस तक गिरा था। 16 साल बाद अब यह स्थिति बनी है। मौसम विभाग के अनुसार अगला पूरा हफ्ता कड़ाके की सर्दी पड़ेगी। साथ ही कहा है कि 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे पारा गिरने पर पाला पडऩे की संभावना रहती है। ऐसे में किसानों को विशेष तौर पर खेतों में पानी देने की सलाह दी जाती है।
सर्द हवाओं के कारण धूप में भी महसूस हुई सर्दी
मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान में खास अंतर नहीं आया है। तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तक रहा, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण दिन के समय धूप खिलने के बावजूद सर्दी महसूस की जाती रही। सर्द हवाओं ने कंपकंपी और ज्यादा बढ़ा दी। रात 9 बजे तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यही वजह है कि 10 बजे तक सामान्य दिनों में खुले रहने वाले बाजारों में 9 बजे के बाद ही सन्नाटा पसरने लगा है।
दिन में धूप, सुबह व रात को कड़ाके की सर्दी
न्यूनतम तापमान में सोमवार को मामूली सुधार के साथ तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। पर आने वाले एक सप्ताह तक लोगों को कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ सकता है। दिन के समय तो धूप खिलेगी, लेकिन सुबह और रात के समय पडऩे वाली धुंध के कारण मौसम में जबरदस्त सर्दी रहेगी।
किसानो को खेतों में पानी लगाने की सलाह
मौसम विभाग के अनुसार तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा गिरा है। इस स्थिति को 'नो अलर्ट जोनÓ से बाहर बताते हुए डायरेक्टर मौसम विभाग ने मौसम के प्रति अपडेट रहने के लिए सचेत किया है। दरअसल चार डिग्री सेल्सियस के नीचे तापमान गिरने पर पेड़-पौधों की सांस लेने की प्रक्रिया बंद हो जाती है और वे गलने लगते हैं। ऐसे में खेतों में पानी देने की सलाह विशेषज्ञ देते हैं। पानी देने से खेत का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं जाता।