Move to Jagran APP

वेटिंग टिकट से रेलवे की चांदी, रिफंड के दौरान यात्रियों को उठाना पड़ रहा घाटा

यात्री को स्टेशन पहुंचने पर पता चलता है कि वेटिंग टिकट पर सफ़र नहीं कर सकते हैं। तभी उन्हें तुरंत रिफंड की लाइन में लगवा दिया जाता है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 01:58 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 09:31 AM (IST)
वेटिंग टिकट से रेलवे की चांदी, रिफंड के दौरान यात्रियों को उठाना पड़ रहा घाटा
वेटिंग टिकट से रेलवे की चांदी, रिफंड के दौरान यात्रियों को उठाना पड़ रहा घाटा

जालंधर, जेएनएन। सिटी रेलवे स्टेशन पर रिफंड का चक्कर यात्रियों को बेहद परेशान होना पड़ रहा है। एक तरफ रेलवे की तरफ से धड़ाधड़ ट्रेनों की टिकटें बुक की जा रही हैं, भले ही वह वेटिंग का सैकड़ा क्यों न पार कर जाए। जबकि नियम यह है कि ट्रेन मैं किसी यात्री की वेटिंग एक भी है तो भी वह ट्रेन में सफर नहीं कर सकता।

loksabha election banner

इस समय चलाई जा रहीं स्पेशल ट्रेनों में एक यात्री के लिए एक ही सीट बुक की जा रही है और शारीरिक दूरी को बरकरार रखा जा रहा है। ऐसे में वेटिंग टिकट पाटकर भी रेलवे मुनाफे में है पर यात्री घाटे में। क्योंकि वह सुबह सफर करने के लिए तो पहुंच जाते हैं। यहां पहुंचने पर पता चलता है कि वेटिंग टिकट पर सफ़र नहीं कर सकते हैं। तभी उन्हें तुरंत रिफंड की लाइन में लगवा दिया जाता है। ऐसे में उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फिर जाता है और ऊपर से ट्रेन टिकट का पूरा रिफंड मिलने के बजाय उससे भी टिकट रद्द कराने की रकम कट जाती है।

स्टेशन पर पहुंच कर पता चलता है वेटिंग सफर के लिए मान्य नहीं

यात्रियों की सबसे बड़ी समस्या यह सामने आ रही है कि वेटिंग पर टिकट तो बुक हो रही है पर वह अब उसके आधार पर ट्रेन में सफर नहीं कर सकते हैं। कई यात्रियों को नए नियमों की जानकारी नहीं है। और वह वेटिंग टिकट मिलने पर यात्रा के लिए घर निकल पड़ते हैं। सारे सामान आदि के साथ स्टेशन पर पहुंचने पर उन्हें कहा जाता है कि वेटिंग टिकट पर यात्रा मान्य नहीं है। आखिर में, ऐसे यात्रियों को मायूस होकर घर लौटना पड़ता है। बाद में जब टिकट रिफंड करवाते हैं तो घाटा अलग से उठाना पड़ता है।  

टिकटों के लिए मारामारी

रेलवे ने कोरोना संकट के दौरान ट्रेनें बंद करने के बाद 1 जून से 200 ट्रेनें ही चलाई हैं जबकि डिमांड बहुत ज्यादा है। बड़ी संख्या में लोग टिकट बुक करवा रहे हैं जिसके कारण वेटिंग लिस्ट लंबी होती जा रही है। इसी कारण लोगों को बाद में रिफंड करवाना पड़ता है। इसका सीधा फायदा रेवले को हो रहा पर यात्रियों को नुकसान उठाना पड़ता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.