एनएसजी व फोरेंसिक टीम ने जुटाए सुबूत, भिंडरावाला फोर्स ने ली हमले की जिम्मेदारी
शुक्रवार देर शाम मकसूदां थाना में हुए सीरियल बम बलास्ट की जांच करने के लिए चंडीगढ़ से फारेंसिक साइंटिफिक लेब की टीम शनिवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे मकसूदां थाना पहुंची। लगभग ढाई घंटे टीम ने थाने के अंदर अपने उपकरणों से बारीकी से जांच की। थाने के अंदर जिन चार जगह पर बमों का विस्फोट हुआ था, उन चार जगहों के आस पास से टीम को बमों से निकले छर्रे व बमों में इस्तेमाल की गई विस्फोटक सामग्री बरामद हुई।
:::मकसूदां थाना ब्लास्ट:::
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-पुलिस कमिश्नर ने माना विस्फोट के समय सीसीटीवी कैमरे नहीं कर रहे थे काम
-फोरेंसिक टीम ने बमों से निकले छर्रे, विस्फोटक सामग्री व मिट्टी के सैंपल लिए
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जागरण संवाददाता, जालंधर: मकसूदां थाने में शुक्रवार देर शाम हुए चार बम धमाकों की जांच के लिए दिल्ली से आई नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) व चंडीगढ़ की फोरेंसिक टीम ने करीब पांच घंटे तक घटनास्थल से सुबूत जुटाए।
इस बीच भिंडरावाला खालिस्तान टाइगर्स फोर्स ऑफ खालिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए शनिवार को मीडिया में अपने लैटर पैड की स्कैन कॉपी ईमेल की। इसमें नवांशहर के एसएसपी दफ्तर व चंडीगढ़ के निकट दरिया पुलिस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी भी ली गई है। हालांकि, नवांशहर के एसएसपी नवाशहर दीपक हिलौरी ने इस दावे को पूरी तरह नकार दिया है। ईमेल में दावा किया गया है कि पुलिस ने इन मामलों को दबा दिया था। इसमें लिखा गया है कि सिखों पर जुल्म करने वाली पुलिस को संभलने का मौका नहीं दिया जाएगा। जिन पुलिस वालों को अपनी जान प्यारी है, वो सिखों पर जुल्म करना छोड़ कर ईमानदारी से लोगों की सेवा करें, अन्यथा परलोक जाने की तैयारी कर लें। पत्र भेजने वाले के तौर पर अंत में दिलबाग ¨सह का नाम लिखा गया है। जालंधर के पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा ने इसकी जांच साइबर क्राइम सैल को सौंप दी है और इसे शरारत बताया है। अज्ञात हमलावरों पर केस दर्ज
जालंधर के थाना डिवीजन नंबर 1 में मामला दर्ज कर लिया गया है। थाना प्रभारी कुलवंत ¨सह ने बताया अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या के प्रयास, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, हमले की साजिश रचने और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। आइजी ने रीक्रिएट किया सीन
आइजी नौनिहाल सिंह के नेतृत्व में फोरेंसिक टीम ने बम ब्लास्ट का सीन रिक्रिएट किया। उन्होंने थाने के बाहर से उन तीन जगहों पर पत्थर फिंकवाए, जहां शुक्रवार को बम फेंके गए थे। फोरेंसिक टीम ने बमों से निकले छर्रे, विस्फोटक सामग्री व मिट्टी के सैंपल लिए। टीम ने कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान ये सुराग नहीं लगा कि धमाके किस विस्फोटक पदार्थ से किए गए थे। वहीं, पुलिस कमिश्नर प्रवीण कुमार सिन्हा ने माना विस्फोट के समय थाने के सीसीटीवी कैमरे नहीं कर रहे थे। सिन्हा ने आधा किलोमीटर के दायरे में स्थित दुकानों व रेहड़ी वालों से बम धमाकों के बारे में पूछताछ की। अभी कुछ नहीं कह सकते: डीजीपी
चंडीगढ़: डीजीपी सुरेश अरोड़ा का कहना है कि अभी ब्लास्ट के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। एनएसजी की टीम घटनास्थल पर है। साइंटिफिक जाच करवाई जा रही है। जाच पूरी होने के बाद ही कहा जा सकता है कि ब्लास्ट किस प्रकार का था। कौन सी विस्फोटक सामग्री इस्तेमाल की गई है। किसी आतंकी संगठन का हाथ है या नहीं आदि सवालों के जवाब जाच पूरी होने के बाद ही सामने आ सकेंगे।