बिहार के बच्चे जालंधर में बेचने के पीछे पूरा गैंग, सरगना प्रवेश की तलाश में कई राउंडअप, महिलाओं से भी पूछताछ
जालंधर बाल तस्करी मामले की जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपित प्रवेश सादा ने पूरा गैंग बनाया हुआ था। वे बिहार से लाए बच्चों को अन्य शहरों में भी बेचते थे। जो बच्चे आनाकानी करते थे उनके साथ मारपीट की जाती थी। उन्हें यातनाएं दी जाती थी।
जालंधर, जेएनएन। बिहार से बच्चों को लाकर जालंधर और आसपास के शहरों में बेचने के मामले में मुख्य आरोपित प्रवेश सादा अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। हालांकि बिहार पुलिस ने उसके साले मनु सादा को गिरफ्तार कर लिया है। इधर, पुलिस ने देर रात जालंधर में रहने वाले मनु सादा के कई रिश्तेदारों और जानकारों को राउंडअप किया है। देर रात तक पुलिस ने उन सभी से पूछताछ की। जांच में सामने आया है कि प्रवेश और मनु बिहार से बच्चे लाकर पंजाब के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई करने का पूरा गैंग चला रहे थे। उनके और साथी भी हैं जो इस काम में सहयोग देते थे।
मनु को प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी जालंधर पुलिस
बिहार में पुलिस ने मनु के पांच साथियों को राउंडअप किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं, जालंधर में भी उसके कई साथी हैं। जल्द ही पुलिस मनु को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर उन सभी लोगों का पता लगाएगी, जो उसका साथ दे रहे थे। इसके अलावा पुलिस उन लोगों पर भी शिकंजा कसेगी, जो बच्चों को खरीद कर अपने काम पर लगाते थे। जालंधर पुलिस जल्द ही मनु को प्रोडक्शन वारंट पर सकती है।
मुख्य आरोपित प्रवेश सादा की तलाश में कई जगह छापामारी
उधर, मुख्य आरोपित प्रवेश की तलाश में पुलिस ने कई जगह पर छापेमारी की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। उसका फोन भी बंद जा रहा है। बीते दिनों इस मामले के शिकायतकर्ता खगरिया जिला, बिहार निवासी मोहन सादा ने बचपन बचाओ आंदोलन संस्था को शिकायत की थी कि उसके बेटे को प्रवेश सदा नाम के व्यक्ति ने जालंधर लाकर बेचा है। इस मामले में प्रवेश सदा के खिलाफ पर्चा दर्ज हो गया था। आरोपित ने पीड़ित को अपने किसी साथी से फोन करवा के उसका बेटा लौटाने की बात कही थी।
पुलिस ने मुक्त करवाए थे चालीस बच्चे
कुछ दिन पहले, बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की अगुआई में पुलिस ने गांव फोल्ड़ीवाल के पास एक फार्म हाउस में काम कर रहे 40 बच्चों को मुक्त करवाया था। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ था कि बच्चों को बिहार से लाकर जालंधर में बेचा गया था। पुलिस ने बाल तस्करी के मुख्य आरोपित ठेकेदार प्रवेश सादा पर केस दर्ज करके उसकी तलाश शुरू की थी।
अब तक की पुलिस जांच में सामने आया था कि मुख्य आरोपित प्रवेश सादा बिहार से लाए बच्चों को अन्य शहरों में भी बेचता था। जो बच्चे आनाकानी करते थे, उनके साथ मारपीट की जाती थी। उन्हें एक तंग कमरे में रखकर यातनाएं दी जाती थी। ज्यादा समस्या खड़ी करने वाले बच्चों को दूसरे शहरों में भेज दिया जाता था।