शहरनामा: पुलिस ने नहीं सहा दबाव, खुद पर पर्चा करवा बैठे कांग्रेसी
पुलिस धरना देने पर यूथ कांग्रेस प्रधान अंगद दत्ता के साथियों पर पुलिस केस दर्ज करना चाहती थी लेकिन अपनी सरकार होने के कारण मामला ठंडे बस्ते चला गया।
जालंधर, [जगजीत सिंह सुशांत]। मामला थाना पांच के तहत आते तेज मोहन नगर में हुए झगड़े का है। यूथ कांग्रेस के प्रधान अंगद दत्ता के करीबी युवा नेता ने मामूली विवाद में ढाबे के कारिंदों को पीटा था। पिटने वाले लोगों के समर्थन में वेस्ट हलके के एक अन्य युवा नेता ने आवाज उठाई तो अंगद दत्ता अपने अपने करीबी को बचाने के लिए धरना लगाने पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने मांग कर डाली कि जो पिटे हैैं उन पर ही केस दर्ज किया जाए। इस मामले में विधायक जी से भी दबाव डलवाया। जालंधर वेस्ट हलके में हुई इस घटना में थाना नंबर पांच की पुलिस ने दबाव नहीं सहा और यूथ प्रधान के करीबी पर ही पर्चा दर्ज कर दिया। इस मामले में धरना देने पर यूथ कांग्रेस प्रधान अंगद दत्ता के साथियों पर पुलिस केस दर्ज करना चाहती थी, लेकिन अपनी सरकार होने के कारण मामला ठंडे बस्ते चला गया।
मेयर व विधायक में बढ़ी दूरियां
मेयर जगदीश राज राजा और विधायक राजिंदर बेरी में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आजकल मुलाकात भी कम है। बेरी हमेशा मेयर राजा का पक्ष लेते रहे हैं लेकिन पिछले कुछ महीनों से नगर निगम की वॄकग से परेशान बेरी कई मौकों पर मेयर के खिलाफ बयान दे चुके हैं। इस वजह से दोनों में दूरी बढ़ती दिख रही है। मेयर ने बेरी के तीखे बयानों को लेकर अभी तक चुप्पी साधी हुई है पर उनके एक्शन में नाराजगी नजर आती है। वह पिछले समय के दौरान सेंट्रल हलके के कुछ कामों में दखल दे चुके हैं। मेयर ने गत दिनों हुई एफएंडसीसी की मीटिंग में पहले पार्षद बिमला रानी के वार्ड में सड़क निर्माण के एस्टीमेट में बढ़ोतरी से इंकार कर दिया था और अब जोगिंदर नगर से एकता नगर तक सीवर काम पर भी रोक लगा दी है। विधायक बेरी इससे काफी नाराज हैं।
चेयरमैन ने ली राहत की सांस
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलुवालिया कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरी एहतियात बरत रहे हैं। इसके लिए उन्होंने बाकायदा ऑफिस में भी कई उपाय अपना रखे हैं लेकिन पिछले दिनों ऐसी स्थिति बन गई कि सुरक्षा उपायों को हटाना पड़ गया। सांसद चौधरी संतोख सिंह ने हेल्थ डिपार्टमेंट से मीटिंग के लिए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ऑफिस को चुन लिया। चेयरमैन के ऑफिस में ही मीटिंग की गई। चेयरमैन खुद तो एक समय में दो लोगों से ही मिलते हैं लेकिन सांसद के कारण ऑफिस में 50 से ज्यादा लोग जमा हो गए। इस मीटिंग से ट्रस्ट स्टाफ में डर फैला रहा। अब जब कुछ दिन बीते तो चेयरमैन ने राहत की सांस ली। दो दिन पहले सूर्या एन्क्लेव में हुए अंडरपास के उद्घाटन समारोह से भी चेयरमैन ने सिर्फ इसलिए दूरी रखी क्योंकि वहां भी नियमों को तोड़कर भीड़ इकट्ठी की गई थी। उन्होंने बचाव करना ही सही समझा।
जहरीली शराब नहीं छोड़ेगी भाजपा
पिछले पंजाब विधानसभा चुनाव में हाशिये पर गई भाजपा वापसी के लिए अब जहरीली शराब में से अपना रास्ता ढूंढ रही है। कोविड-19 के कारण भाजपा समेत अन्य राजनीतिक दलों के लिए धरना-प्रदर्शन, सड़क यातायात जाम सहित बाकी किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन संभव नहीं हैं। ऐसे में भाजपा के नेता शांतिपूर्ण ढंग से प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ रोष जता रहे हैैं। लोगों का ध्यान खींचने के लिए भाजपा, युवा विंग, महिला मोर्चा, बीसी एससी विंग के नेता व वर्कर धरने लगा चुके हैं। अब 21 अगस्त को पार्टी की ओर से एक और धरना देने की तैयारी है। भाजपा अनुशासित पार्टी मानी जाती है और हर धरने में पांच व्यक्ति ही शामिल हो रहे हैं। इससे जनता के बीच ज्यादा प्रभाव नहीं बन पा रहा है। इसलिए अब प्रदर्शन बड़ा हो सकता है। इसमें भी अनुशासन बरकरार रखने की कोशिश की जा रही है।