Move to Jagran APP

खुद को हिंदू संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बता 3 राज्यों में ले चुका था VIP ट्रीटमेंट, जालंधर में पकड़ा गया

हिंदू संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताकर वीआइपी सिक्योरिटी लेने का शौकीन गुजराल सिंह गुज्जर नाम के व्यक्ति सालों तक तीन राज्यों की पुलिस को चकमा देकर वीआइपी ट्रीटमेंट लेता रहा। इस दौरान वह सिक्योरिटी के साथ घूमा भी और अफसरों पर दबाव भी बनाता रहा।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 09:45 AM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 09:45 AM (IST)
खुद को हिंदू संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बता 3 राज्यों में ले चुका था VIP ट्रीटमेंट, जालंधर में पकड़ा गया
जालंधर पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गुजराल सिंह गुज्जर नाम के शख्स को गिरफ्तार कर लिया।

जालंधर, जेएनएन। खुद को एक हिंदू संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताकर वीआइपी सिक्योरिटी लेने का शौकीन एक व्यक्ति सालों तक तीन राज्यों की पुलिस को चकमा देकर वीआइपी ट्रीटमेंट लेता रहा। इस दौरान वह सिक्योरिटी के साथ घूमा भी और अफसरों पर दबाव भी बनाता रहा। पर जालंधर में उसकी किस्मत खराब निकली। यहां उसके इन कारनामों की पोल भी खुल गई और धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार भी कर लिया गया।

prime article banner

एएसपी कासिम मीर ने बताया कि बीते दिनों कंट्रोल रूम में एक फैक्स आया था कि गोराया के होटल स्टेला में युवा मंच हिंदू परिषद का राष्ट्रीय अध्यक्ष गुजराल सिंह गुज्जर ठहरने आ रहे हैं। उनकी सिक्योरिटी का बंदोबस्त किया जाए। फैक्स मिलने के बाद थाना गोराया के प्रभारी हरदेव प्रीत सिंह को वहां भेजा तो पता चला कि गुजराल सिंह गुज्जर होटल के कमरा नंबर 2020 में ठहरा है। थाना प्रभारी को ने उससे बात की तो गुज्जर ने बताया कि वह भारत सरकार के राशन वितरण और सलाहकार समिति का पूर्व सदस्य भी है। ऐसे में पुलिस ने उसे सिक्योरिटी दे दी और उसने वहां रात को रहने की बात कहीं।

सुबह शक होने पर पुलिस ने जब उससे दस्तावेज मांगे तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। उसने कहा कि उसे हाई कोर्ट की तरफ से सिक्योरिटी मिली है लेकिन उसके भी कोई दस्तावेज उसके पास नहीं थे। ऐसे में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एएसपी के अनुसार गुजराल सिंह ने अपना पता दिल्ली के डाक्टर आंबेडकर नगर स्थित खानपुर गांव का बताया है। हालांकि देर शाम आरोपित को जमानत भी मिल गई। पुलिस ने जब उसकी गिरफ्तारी दिखाई तो उसने अपनी तबीयत खराब होने की बात कही और अस्पताल में भर्ती हो गया। उसी कारण उसका रिमांड नहीं लिया जा सका।

100 नंबर की फार्च्यूनर गाड़ी में घूमता था, नहीं थे दस्तावेज

अपने वीआइपी होने का कोई पहचान पत्र तो गुज्जर के पास नहीं था लेकिन वह 100 नंबर की फार्च्यूनर गाड़ी में घूमता था। पुलिस ने गाड़ी के दस्तावेज मांगे तो वह उसे भी नहीं दिखा पाया। पुलिस ने जब गाड़ी में दस्तावेज चेक किए तो नहीं मिले, जिसके बाद पुलिस ने गाड़ी जब्त कर ली।

राजस्थान में सिक्योरिटी मिलने से पहले पकड़ा गया तो बच गया था

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि गुज्जर राजस्थान, यूपी और हरियाणा में वीआइपी बनकर ट्रीटमेंट ले चुका था। एक बार वह राजस्थान में भी पकड़ा गया था। वहां पर सिक्योरिटी अभी मिली नहीं थी जिससे वो बच गया। उसने राजस्थान में फैक्स के जरिए खुद को वीआईपी बता कर सिक्योरिटी मांगी थी लेकिन सरकारी विभाग में गई फैक्स गलत होने से वो पकड़ा गया।

गैंगस्टर पपला गुर्जर को भी भागने में मदद कर चुका है गुज्जर

पुलिस जांच में सामने आया है कि गुज्जर के संबंध कई गैंगस्टरों के साथ भी थे। राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर को पुलिस से बचाकर भगाने में भी उसका नाम सामने आने की बात पुलिस की जांच में सामने आई है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपित का संबंध किस किस गैग के साथ था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.