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Petrol Diesel Rate : पंजाब में पड़ोसी राज्यों की तुलना पांच रुपये महंगा बिक रहा पेट्रोल, जानिए क्या है वजह

Jalandhar Petrol Diesel Rateः पीपीडीएपी के प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि तेल डिपो से विभिन्न कंपनियों के पेट्रोल पंप की दूरी पेट्रोल डीजल के भाव में कुछ पैसे का अंतर ला सकती है लेकिन यह भी महज कुछ पैसे का ही होता है।

By Vinay KumarEdited By: Published: Mon, 07 Dec 2020 08:14 AM (IST)Updated: Mon, 07 Dec 2020 08:14 AM (IST)
Petrol Diesel Rate : पंजाब में पड़ोसी राज्यों की तुलना पांच रुपये महंगा बिक रहा पेट्रोल, जानिए क्या है वजह
पंजाब में पड़ोसी राज्यों से महंगा बिक रहा पेट्रोल व डीजल। (जागरण)

जालंधर [मनुपाल शर्मा]। पंजाब सरकार की तरफ से राज्य के भीतर पेट्रोल-डीजल डीजल की बिक्री के ऊपर लगाई गई वैट की ऊंची दरें उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ रही हैं। पेट्रोल डीजल की बिक्री पर प्रदेश में वैट की ऊंची दरों के चलते पंजाब में पड़ोसी हरियाणा, हिमाचल प्रदेश एवं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की तुलना में पेट्रोल लगभग पांच रुपये और डीजल लगभग चार रुपये प्रति लीटर तक महंगा बिक रहा है। हैरानी इस बात की है कि कृषि प्रधान राज्य होने के बावजूद भी पंजाब में डीजल भी पड़ोसी राज्यों की तुलना में महंगा बिक रहा है।

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पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन, पंजाब (पीपीडीएपी) की तरफ से उपलब्ध करवाई गई जानकारी के मुताबिक रविवार को जालंधर में पेट्रोल 84.47 रुपये प्रति लीटर की दर पर बिका, लेकिन रविवार को ही हिमाचल प्रदेश के ऊना में पेट्रोल की कीमत 79.73 हरियाणा के पानीपत में 80.97 एवं चंडीगढ़ में 80.30 रुपये प्रति लीटर थी। इसी तरह से रविवार को ही जालंधर में डीजल की कीमत 75.23 रुपये प्रति लीटर थी, लेकिन हिमाचल प्रदेश के ऊना में डीजल 71.90, पानीपत में 73.58 एवं चंडीगढ़ में 73.35 प्रति लीटर की दर पर बिका।

पीपी डीएपी के प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि तेल डिपो से विभिन्न कंपनियों के पेट्रोल पंप की दूरी पेट्रोल डीजल के भाव में कुछ पैसे का अंतर ला सकती है, लेकिन यह भी महज कुछ पैसे का ही होता है। हरियाणा हिमाचल एवं चंडीगढ़ में रविवार को तेल के भाव बता रहे हैं कि पंजाब के उपभोक्ताओं को सरकार के अड़ियल रवैये के चलते प्रति लीटर पांच रुपये तक ज्यादा अदा करने पड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार के इसी अड़ियल रवैये के चलते ही पेट्रोलियम व्यवसाय तालाबंदी की कगार तक पहुंच गया है और पेट्रोल पंप संचालक आत्महत्या तक कर रहे हैं। मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि प्रदेश के वित्त मंत्री तक वेट की ऊंची दरों को कम करने का आश्वासन दे चुके हैं, लेकिन लंबा अरसा निकल जाने के बावजूद भी सरकार पेट्रोल-डीजल उपभोक्ताओं एवं पेट्रोलियम व्यवसाय को कोई राहत नहीं दे रही है।


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