Online Sale-Purchase Fraud: पहले दिया सस्ते रेट पर गाड़ी बेचने का झांसा, फिर एडवांस मनी लेकर ठगा
साइबर अपराधी पहले वेबसाइट पर एड डाल सस्ते दाम का लालच देते हैं। ग्राहक के झांसे में अाने पर डिलीवरी से पहले कूरियर चार्जेस मांग ठगी कर लेते हैं।
जालंधर [मनीष शर्मा]। सावधान! अगर कहीं आपको ऑनलाइन सेल-परचेज वेबसाइट पर सस्ता वाहन मिल रहा हो तो लालच में न आएं। हो सकता है कि सस्ते के चक्कर में आपकी बैंक की जमा-पूंजी ही सफाचट हो जाए। ऑनलाइन ठगी का अब यह नया तरीका आ गया है।
इसमें टू-व्हीलर से लेकर कार तक अौने-पौने दामों में बेचने का एडवरटाइजमेंट डाला जा रहा है। फिर आप लालायित होकर फोन करते हैं तो ठग आपको चंगुल में फंसा लेता है। यह मामला तब सामने आया, जब इसी तरह की एक स्कूटी का एड ओएलएक्स पर डाला गया था। इसमें स्कूटी का पता जालंधर का दिया गया लेकिन डिलीवरी मोहाली से कराने की बात की गई। डिलीवरी से पहले कूरियर चार्जेस मांगे गए। जाहिर तौर पर पुराने मामलों की तरह ठगी का यही तरीका सामने आ रहा है।
पुलिस का साइबर सेल भी ऐसे मामलों से लोगों को सतर्क रहने के लिए कह रहा है। साइबर सेल अधिकारी ने कहा कि अगर कोई भी कुछ सामान की बिक्री या खरीद के लिए एडवांस पैसा मांगता या देता है तो उससे सतर्क रहें क्योंकि इसके जरिए वो ठगी कर सकते हैं।
पढ़िए ठग के साथ हुई बातचीत
ग्राहक - आपकी एक्टिवा देखी है ओएलएक्स पर 13 हजार की।
ठग - हांजी, हांजी, 2011 मॉडल है, 43 हजार किलोमीटर चली है, व्हाइट कलर है।
ग्राहक - वीर नगर, जैन काॅलोनी, जालंधर वाली में डाली है आपने ओएलएक्स पर
ठग - हांजी, हांजी
ग्राहक - मुझे लेनी थी, कहां पर आ सकते हैं देखने के लिए?
ठग - सर, मैं तो मोहाली 11 फेज से बात कर रहा हूं।
ग्राहक - फिर आपने जालंधर में क्याें डाली एड?
ठग - नेटवर्क में प्रॉब्लम था, इसलिए वहां डाल दी।
ग्राहक - तो क्या मोहाली आना पड़ेगा लेने के लिए?
ठग - नहीं सर, आप गाड़ी लेना चाहते हो तो एयरपोर्ट लाइन से कूरियर वाला बंदा ले आएगा
ग्राहक - ठीक है फिर भेज दीजिए
ठग - ठीक है सर, फिर लिखित में अपना एड्रेस भेज दीजिए, जहां पर गाड़ी मंगानी है।
ग्राहक - आप भेज देंगे न गाड़ी, पैसे फिर कैसे दूंगा?
ठग - सर, आपको पहले कूरियर खर्चा देना होगा, बाकी पेमेंट गाड़ी ट्रांसफर होने के बाद देना होगा।
ग्राहक - कूरियर का खर्च कितना है
ठग - कूरियर का खर्च अाएगा 2,120 रुपए
ग्राहक - यह पैसे आपको देने हैं, कैसे लेंगे आप?
ठग - अगर गाड़ी आपको पसंद आ गई तो यह उसकी कीमत से कट जाएंगे। अगर गाड़ी पसंद न आई तो 2000 रुपया रिटर्न हो जाएगा और 120 रुपया डिलीवरी चार्ज कट जाएगा।
ग्राहक - ठीक है।
पार्किंग में खड़ी गाड़ी की फोटो, नंबर अपना
यह ठग अपनी किसी गाड़ी की फोटो नहीं डालते बल्कि कहीं भी पार्किंग में खड़ी गाड़ी की फोटो डाल देते हैं। उसके मालिक का नाम व गाड़ी का मॉडल वह आजकल ऑनलाइन मोबाइल एप के जरिए निकाल लेते हैं। फिर इस वाहन में अपना नंबर लिखकर एडवरटाइजमेंट डाल देते हैं। चूंकि ठग ने न तो गाड़ी दिखानी होती है और न ही भेजनी होती है, ऐसे में उसकी यह चोरी नहीं पकड़ी जाती और लोग सस्ती गाड़ी के चक्कर में पैसा जमा कर देते हैं। जिसके बाद लिंक या ओटीपी के जरिए वह लोगों को चूना लगा देते हैं।
टेंट हाउस मालिक से भी हुई थी ठगी
बस्ती दानिशमंदा के टेंट हाउस मालिक को प्रेमनाथ से एक व्यक्ति ने खुद को फौजी बता ऑल्टो के-10 कार का सौदा किया। 2007 मॉडल कार के 60 हजार मांगे गए। इसके बाद कहा कि गाड़ी भेज दी है लेकिन रास्ते में उसका जीपीएस बंद हो गया है। उनसे 11999 रुपए जमा कराने को कहा गया। उन्होंने 12 हजार करा दिए तो ठग ने कहा कि एक रुपया ज्यादा क्यों जमा किया, इसे सिस्टम नहीं उठा रहा। उन्हें फिर 11999 जमा कराने को कहा गया। तब तक उन्हें ठगी समझ आ गई थी।
यहां नौकरी के नाम पर ठगी
करतारपुर की सरिता ने गूगल पर बेटी के लिए नौकरी ढूंढते वक्त जॉब ऑफर के लिंक पर क्लिक किया। वहां रजिस्ट्रेशन के लिए 29 रुपए मांगे गए। छोटी अमाउंट थी तो उन्होंने जमा करा दिए लेकिन 29 की जगह उनके अकाउंट से 2929 रुपये कट गए। फिर उन्हें फोन कर कहा गया कि गलती से हो गया और दूसरे बैंक अकाउंट मांगकर वापस करने के बहाने उससे भी 2929 रुपए काट लिए गए। फिर पैसे वापस करने के बहाने करीब तीस हजार ठग लिए गए।