जालंधर में स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में सुधार की बड़ी कवायद, चार टीमों को सौंपी जिम्मेदारी
स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए तय की गई कैटेगरी में अस्पताल स्कूल सरकारी संस्थान होटल बाजार और कालोनियां शामिल हैं। जालंधर नगर निगम की ओर से गठित चारों टीमें 150 लोकेशन पर विजिट करके 25 नवंबर तक रिपोर्ट देंगी।
जालंधर, जेएनएन। नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए कमर कस ली है। सर्वेक्षण की विभिन्न कैटेगरी में स्वच्छता के लिए तय किए गए मानकों की जांच के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है। चार टीमें 6 कैटेगरी में 25-25 लोकेशन विजिट करके नगर निगम को रिपोर्ट करेंगी। तय की गई कैटेगरी में अस्पताल, स्कूल, सरकारी संस्थान, होटल, बाजार और कालोनियां शामिल हैं। चारों टीमें 150 लोकेशन पर विजिट करके 25 नवंबर तक रिपोर्ट देंगी। एक टीम में 3 डॉक्टर समेत 3 निगम मुलाजिम शामिल हैं।
नगर निगम के अफसर डा. श्रीकृष्ण ने शनिवार काे टीम के साथ अस्पतालों में वेस्ट मैनेजमेंट और लिक्विड वेस्टेज की जांच की। इसके लिए उन्होंने सेक्रेड हार्ट अस्पताल में लगे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की वर्किंग देखी। इस सर्वे के यह जांच की जा रही है कि सभी संस्थान लिक्विड वेस्ट और सॉलिड वेस्ट का किस तरह से निपटारा कर रहे हैं। अस्पतालों से मेडिकल वेस्ट कहां जा रही है। स्कूल-कॉलेज, बाजार, कालोनियों, होटलों की वेस्टेज का कैसे प्रबंधन किया जा रहा है। 25 नवंबर से पहले इन सभी छह कैटेगरी में 150 इकाइयों की जांच की जानी है। इस कैटेगरी में नगर निगम को 70 अंक लेने के लिए काम करना होगा। सबसे बड़ा फोकस होटल और अस्पताल हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए टीमें
होटल एवं अस्पताल : हेल्थ अफसर डॉ श्री कृष्ण, सेनेटरी इंस्पेक्टर गुरुदयाल सिंह सैनी, सेनेटरी इंस्पेक्टर सतपाल।
स्कूल एवं सरकारी संस्थान : असिस्टेंट हेल्थ अफसर डॉ सुमिता अबरोल, सेनेटरी इंस्पेक्टर नरेश कुमार, सेनेटरी इंस्पेक्टर रमनजीत सिंह।
मार्केट एसोसिएशन : असिस्टेंट हेल्थ अफसर डॉ राजकमल. चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर सोनी गिल, सेनेटरी इंस्पेक्टर अशोक भील
रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन : असिस्टेंट हेल्थ अफसर डॉक्टर वीरेंदर रतन, चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर हितेश अग्रवाल, सैनिटरी इंस्पेक्टर सतिंदर सिंह।
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