Jalandhar Municipal Corporation का आज फील्ड में बड़ा एक्शन, गिराई जाएंगी 5 कालोनियां, 4 इमारतें होंगी सील
जालंधर निगम कमिश्नर दविंदर सिंह ने बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों को तुरंत अवैध निर्माण पर एक्शन लेने को कहा है। संभव है कि शुक्रवार सुबह ही कई कालोनियों और अवैध इमारतों पर नगर निगम का डंडा चल जाए।
जागरण संवाददाता, जालंधर। नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच के बिगड़ी चाल को निगम कमिश्नर दविंदर सिंह ने सुधारने के लिए कमर कस ली है। वीरवार को ब्रांच के कामकाज को लेकर बैठक में कमिश्नर ने अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कहा है कि शहर में धड़ाधड़ अवैध निर्माण हो रहे हैं और इसकी जानकारी होने के बावजूद अधिकारी एक्शन नहीं ले रहे। कमिश्नर ने तो यहां तक कह दिया कि बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों के पास सभी अधिकार हैं और उन्हें एक्शन लेने से पहले उनसे मंजूरी देने की भी जरूरत नहीं है।
कमिश्नर की लताड़ के बाद बैठक में ही बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों ने कमिश्नर के आगे नौ फाइलें रख दीं। इनमें पांच फाइलें बिना मंजूरी विकसित हो रही कालोनियों और चार अवैध इमारतों की हैं। कमिश्नर ने इन सभी पर शुक्रवार को ही कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं। संभव है कि जब लोग सो कर उठे होंगे तब तक कई जगह निगम की डिच मशीन चल चुकी होगी। कालोनियों पर डिच मशीन चलेगी और इमारतों को सील किया जाएगा।
कार्रवाई में राजनीतिक दबाव ना पड़े इसके लिए इन कालोनियों और इमारतों की लोकेशन का खुलासा नहीं किया गया है। अधिकारियों ने कहा है कि अगर लोकेशन बता दी जाती है तो कार्रवाई को रोकने के लिए कालोनाइजर और इमारतों के मालिक दबाव की राजनीति अपना सकते हैं।
कमिश्नर दविंदर सिंह ने बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों को स्पष्ट कहा है कि शहर में उनकी ब्रांच का डर बना रहना चाहिए और कोई भी बिना मंजूरी निर्माण या कालोनी विकसित करने से पहले 100 बार सोचे। उन्होंने कहा कि नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच सिर्फ निगम को आर्थिक रूप से ही मजबूत नहीं कर सकती बल्कि शहर के विकास को योजनाबद्ध ढंग से करवाने में असरदार भूमिका निभा सकती है। बिल्डिंग ब्रांच ने पिछले दिनों में कुछ इमारतों को सील किया है लेकिन यह वह इमारतें हैं जिनके खिलाफ शिकायतें आईं थी। निगम की बिल्डिंग ब्रांच की टीम अपने तौर पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
कार्रवाई को रखा गया है गुप्त
अभी तक तैयार नहीं हुई 11 हजार चालानों की रिपोर्ट नगर निगम कमिश्नर ने पिछले सात साल के दौरान बिना मंजूरी विकसित हुई कालोनियों और इमारतों पर एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगी थी लेकिन अभी तक यह रिपोर्ट तैयारी नहीं हुई है। पिछले सात साल के दौरान 11,000 से ज्यादा इमारतों के चालान काटे गए थे लेकिन इनमें से अधिकांश में निगम की कार्रवाई जीरो बताई जा रही है।
जब से कमिश्नर ने चालान कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी गई तो निगम अधिकारियों को सांप सूंघ गया है। तीन सप्ताह बाद भी बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारी नगर निगम कमिश्नर को इन इमारतों पर हुई कार्रवाई की स्टेटस रिपोर्ट नहीं दे पाए हैं और बार-बार समय मांग रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिन इमारतों के चालान काटे गए हैं, इनमें से अधिकांश से जुर्माना नहीं लिया गया।
अधिकारियों से कहा, मेरी मंजूरी के बिना करें अवैध निर्माण के खिलाफ एक्शन
देर रात एक्शन, नाज कंपलेक्स के पास अवैध इमारत सील जासं, जालंधर : नगर निगम कमिश्नर दविंदर सिंह के आदेशों के बाद बिल्डिंग ब्रांच ने देर रात कार्रवाई शुरू कर दी है। एटीपी सुखदेव वशिष्ठ ने ओल्ड जीटी रोड पर नाज कंपलेक्स की बैकसाइड पर बन रही कामर्शियल इमारत को सील किया है।
यह इमारत केंद्रीय विधानसभा हलका के विधायक रमन अरोड़ा के राजनीतिक कार्यालय के पास ही बन रही थी। नगर निगम स्टाफ ने इमारत को सील करने के बाद नोटिस चिपका दिया है। कमिश्नर ने पांच कालोनियों और चार इमारतों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए। देर रात और भी कार्रवाई संभव है।