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उद्योगपति मोहित खन्ना ने पिता से सीखीं व्यापार की बारीकियां, विदेशों तक फैलाया कारोबार

जालंधर के कारोबारी मोहित खन्ना 400 से ज्यादा पाइप फिटिंग के उत्पाद तैयार करते हैं। उनकी फैक्ट्री के उत्पाद भारत के अलावा विदेशों में सप्लाई होते हैं। उन्होंने साल 2001 में पिता का कारोबार संभाला था। उनके उत्पादों ने अलग पहचान बनाई है।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 07:12 AM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 07:12 AM (IST)
उद्योगपति मोहित खन्ना ने पिता से सीखीं व्यापार की बारीकियां, विदेशों तक फैलाया कारोबार
जालंधर के कारोबारी मोहित खन्ना। (फोटोः जागरण)

जालंधर, [मनोज त्रिपाठी]। मैने जो भी सीखा वह पिता से सीखा। उन्हीं से सीखा और फिर उनके कारोबार को आगे बढ़ा रहा हूं। मेरे पिता एसके खन्ना फिरोजपुर से हैं। पिता जी 1973 में फिरोजपुर से जालंधर शिफ्ट कर गए। फिरोजपुर में पिता जी की जमीदारी थी। यहां आकर उन्होंने पाइप फिटिंग का काम शुरू किया। पहले छोटा यूनिट लगाया था। अब फोकल प्वाइंट में फैक्ट्री है। हम लोग पाइप फिटिंग के 400 से ज्यादा उत्पाद तैयार करते हैं।

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मेरी प्रारम्भिक शिक्षा एपीजे स्कूल में हुई। उसके बाद मैने डीएवी कालेज से ग्रेज्युएशन की। 2001 में मैने पिता जी का कारोबार ज्वाइन किया। पहले कारोबार की बारीकियां सीखीं। तमाम काम मुझे नहीं आते थे। उनके बारे में मैने खुद लेबर के साथ रहकर जाना और उनकी खासियत का भी अध्ययन किया। मां अनीता खन्ना ने हमेशा एक ही बात सिखाई थी जो भी काम करो ईमानदारी व मेहनत से करो। मैने पिता व मां के आदर्शों पर चलने की पूरी कोशिश की है। अभी भी कहीं फंसता हूं तो उन्हीं से एक दोस्त की तरह एडवाइज लेता हूं। हमारी दूसरी जनरेशन है इस कारोबार में। भारत के विभिन्न शहरों सहित तमाम देशों में पाइप फिटिंग के उत्पादों की सप्लाई करते हैं। गुणवत्ता पर विशेष फोकस रखा है कि किसी को भी हमारे उत्पादों को लेकर शिकायत का कोई मौका न मिले। यही वजह है कि बाजार में हमारे उत्पादों ने अलग पहचान बनाई है। मैं फैक्ट्री में दफ्तर में ही नहीं बैठता हूं बल्कि फैक्ट्री का रेग्युलर दौरा करके वर्करों का हाल भी लेता हूं।

अपने घर जैसा लगता है जालंधर

मोहित खन्ना कहते हैं कि जालंधर उन्हें अपने घर जैसा लगता है। यहां के लोग अच्छे हैं। एक दूसरे का मान सम्मान करते हैं। हमेशा सप्रोटिव रहे हैं। मैं कहीं भी जाता हूं, लेकिन जब जालंधर की सीमा में लौटकर प्रवेश करता हूं तो घर जैसी फीलिंग आने लगती है। जालंधर में सबसे बड़ी बुराई यहां के लोगों में ड्राइविंग सेंस की कमी के रूप में देखता हूं।  लोगों को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए, जिससे वह अपनी और दूसरों की जान बचा सकें। खास तौर पर युवा जरूर इसे गंभीरता से लें।

युवाओं के लिए भारत से बेहतर दूसरा कोई देश नहीं

मेरा मानना है कि युवाओं के लिए बदलते भारत से बेहतर कुछ भी नहीं है। अब देश तेजी के साथ बदल रहा है। यहां पर बहुत संभावनाएं हैं। बड़ा बाजार है। कोई भी उत्पाद बनाएं हमारे बाजार में जान है। हर प्रकार के उत्पादों की यहां पर  मांग है। सस्ते लेकर मंहगे उत्पादों का इससे बेहतर बाजार किसी और देश में नहीं हैं। पंजाब की सबसे बड़ी समस्या यहां के युवाओं में विदेश जाने का बढ़ रहा क्रेज है। मोहित बताते हैं कि अगर पंजाब का युवा पंजाब में ही रहकर संभावनाएं तलाशे तो ज्यादा बेहतर आउटपुट हासिल कर सकता है।

मेरी तरक्की में अभिभावकों का रोल

मेरा मानना है कि आज मैं जहां भी हूं अपने पिता व मां की वजह से हूं। उन्होंने हमेशा मुझे सही व गलत की पहचान बताकर सपोर्ट किया है। आज भी कोई समस्या आती है तो मैं उनके साथ विचार करता हूं। उन्होंने हमेशा मुझे एक उद्योगपति व सफल कारोबारी के रूप में स्थापित करने में मेरी मदद की है।


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