जालंधर के केएमवी में एक्सपर्ट्स ने बताई वह प्रक्रिया जिसकी मदद से आप लिख सकते हैं शानदार लेख
डा. मारिया ने लेखन प्रक्रिया ने लेखन में क्रिटिकल थिंकिंग रीडिंग ड्राफ्टिंग एडिटिंग प्रूफ-रीडिंग साहित्यिक चोरी से गुरेज चित्र आदि के बारे में जानकारी दी। एकेडमिक लेखन में साहित्यिक चोरी और इससे बचाव के बारे में डा. मालविका शेट्टी ने बताया।
जालंधर, जेएनएन। वीरवार को कन्या महाविद्यालय (केएमवी) में इंटरनेशनल फैकल्टी डवलपमेंट वर्कशाप करवाई गई। इसमें अंतरराष्ट्रीय स्कालर व बोस्टन यूनिवर्सिटी की डायरेक्टर डा. मारिया, लेक्चरर डा. मालविका शेट्टी ने रिसोर्सपर्सन की भूमिका निभाई।वर्कशाप के दौरान फैकल्टी और छात्राओं का लेखने की प्रक्रिया और उसके महत्व के बारे में बताया गया।
डा. मारिया ने लेखन प्रक्रिया ने लेखन में क्रिटिकल थिंकिंग, रीडिंग, ड्राफ्टिंग, एडिटिंग, प्रूफ-रीडिंग, साहित्यिक चोरी से गुरेज, चित्र आदि के बारे में जानकारी दी। एकेडमिक लेखन में साहित्यिक चोरी और इससे बचाव के बारे में डा. मालविका शेट्टी ने बताया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को इस बात की स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए कि वह किसी जर्नल के लिए लिख रहा है। ऐसे में यह पता होना चाहिए कि लेखन सृजनात्मक है या फिर अकादमिक स्तर का है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोग्राम व्यक्ति की आलोचनात्मक सोच का दायरा बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होते हैं क्योंकि इनमें लिखने व पढ़ने की प्रक्रिया इकट्ठी ही चलती हैं।
लेखन एक प्रक्रियाः डा. मालविका शेट्टी
डा. मालविका शेट्टी ने लेखन को एक प्रक्रिया बताया, जिसमें एक लेखक उत्तम रचना प्राप्त करने के लिए विभिन्न ड्राफ्ट तैयार करता है। केएमवी की प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं का स्वागत किया और सभी को लेखन के फायदे बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की वर्कशाप के जरिए ही छात्राओं को एक्सपर्ट्स से रूबरू होकर उनसे ज्ञान हासिल करने का बेहतर मौका मिलता है। उन्होंने प्रिंसिपल स्टूडेंट वेलफेयर डीन डा. मधुमीत, इंटरनेशनल अफेयर्स डीन डा. गोपी शर्मा के प्रयासों की भी सराहना की।
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