बेमौसम बारिश की वजह से किसानों को झेलना पड़ रहा नुकसान, तूड़ी के भाव 2 गुना बढ़े; दूध महंगा होने के आसार
Jalandhar Weather News बेमौसम बारिश की वजह से किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। गेहूं की फसल खराब होने के बाद अब नार से तैयार होने वाली तूड़ी की भी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
जगदीश कुमार, जालंधर: गेहूं की कटाई के समय बेमौसम की बारिश की वजह से किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। गेहूं की फसल खराब होने के बाद अब नार से तैयार होने वाली तूड़ी की भी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। डेयरी फार्म वालों को तूड़ी पिछले साल के मुकाबले 2 गुना के करीब महंगी मिलने लगी। पशुओं की खुराक महंगी होने के चलते डेयरी फार्म वाले दूध का दाम भी बढ़ाने का मन बनाने लगे हैं।
पशुओं के आहार को लेकर उठानी पड़ रही परेशानियां
अपाहिज आश्रम में चल रही गौशाला के संचालक तरसेम कपूर का कहना है कि पिछले साल तूड़ी 300 से 350 रूपये प्रति क्विंटल की दर से मिल रही थी। गेहूं की कटाई के बाद नई तैयार हुई तूड़ी 550 से 600 रूपये प्रति क्विंटल कि दर से मिल रही है। पिछले माह हरे चारे का भी भाव काफी बढ़ गया था। पशुओं के आहार को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को देखते हुए सभी डेरी फार्म वाले दूध का रेट बढ़ाने के विषय पर विचार कर रहे हैं।
तूड़ी के उत्पादन पर भी पड़ा असर
कृषि अधिकारी डा. नरेश गुलाटी का कहना है कि बेमौसम बारिश की वजह से जिले में 20-25 प्रतिशत के करीब गेहूं की फसल खेतों में ही बिछ गई गई थी और इन हालात में मशीनों के इस्तेमाल से उनकी तूड़ी तैयार करना मुश्किल है। इसकी इसका असर तूड़ी के उत्पादन पर भी पड़ा है। खेत में प्रति हेक्टेयर 18 क्विंटल के करीब तूड़ी निकलती है।