Move to Jagran APP

26 का पर्चा बनाने के लिए सिविल अस्पताल में डॉक्टर ने ली रिश्वत, वीडियो हुई वायरल Jalandhar News

आरोप है कि यह पैसे उन्होंने दूसरे पक्ष पर 26 का पर्चा बनाने के लिए रिश्वत के तौर पर लिए हैं। हालांकि डॉक्टर ने आरोप को सिरे से नकार दिया है।

By Vikas KumarEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 07:38 AM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 03:32 PM (IST)
26 का पर्चा बनाने के लिए सिविल अस्पताल में डॉक्टर ने ली रिश्वत, वीडियो हुई वायरल Jalandhar News
26 का पर्चा बनाने के लिए सिविल अस्पताल में डॉक्टर ने ली रिश्वत, वीडियो हुई वायरल Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। सिविल अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल अफसर डॉ. राज कुमार बद्धन की एक विवादित वीडियो वायरल हुई है। वीडियो में डॉक्टर एक व्यक्ति से करीब 12 हजार रुपये लेकर अपनी जेब में डालते दिखाई दे रहे हैं। आरोप है कि यह पैसे उन्होंने दूसरे पक्ष पर 26 का पर्चा बनाने के लिए रिश्वत के तौर पर लिए हैं। हालांकि डॉक्टर ने आरोप को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि यह पुराना मामला है और इसकी जांच के बाद उन्हें क्लीन चिट भी विभाग की ओर से मिल चुकी है।

loksabha election banner

वायरल वीडियो में एक व्यक्ति डॉक्टर बद्धन को दो हजार और पांच सौ के नोट देते हुए कह रहा है कि हमारा 26 का पर्चा ही बनना चाहिए। इस पर पैसे जेब में डालते हुए डॉक्टर उन्हें कह रहे हैं कि तुहाडी रिपोर्ट मिल जाएगी। तुसीं काहली न करो ते ऐथों चले जाओ। वहीं उक्त व्यक्ति यह भी कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि सेठ साहब से बात हो गई है। उन्होंने ही इतने पैसे देने को कहा है।

हाल ही में चर्चा में आए थे डॉक्टर बद्धन

पिछले दिनों बस स्टैंड के निकट जुए के पैसे की लूट के दौरान हुई मारपीट के बाद सिविल अस्पताल में डॉक्टर से मारपीट के बाद डॉ. राज कुमार बद्धन सुर्खियों में आए थे। डॉ. बद्धन ने एक पक्ष पर मारपीट और काम में बाधा डालने का आरोप लगाया था। उनकी मांग थी कि आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। इसी के चलते बुधवार को पुलिस ने माघा समेत तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया था।

वहीं डॉ. बद्धन के पक्ष में आए साथी डॉक्टरों ने मंगलवार को दो घंटे की हड़ताल भी की थी। यही नहीं डॉक्टरों ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर अस्पताल में स्थाई पुलिस चौकी नहीं बनाई गई तो वे वीरवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उनकी मांग पर पुलिस ने वहां पर सात पुलिस मुलाजिमों की पक्की ड्यूटी लगा उन्हें शांत किया था।

वीडियो पुरानी, विभाग से मिल चुकी है क्लीनचिट

इस मामले में जब डॉ. राज कुमार बद्धन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उक्त वीडियो दो-तीन साल पुरानी है। उनके एक रिश्तेदार ने उन्हें 15 हजार रुपये देने थे और उसका एक परिचित वह पैसे देने आया था। हालांकि वह 12 हजार रुपये देकर चला गया और बाकी के पैसे बाद में देने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि इस वीडियो की विभागीय जांच भी हो चुकी है और इसमें उन्हें क्लीनचिट दे दी गई थी। 

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.