रिपोर्ट कार्डः परगट सिंह ने 11 गांव नगर निगम में शामिल करवाए, कैंटोनमेंट बोर्ड से जुड़े मुद्दे आज भी लंबित
हाकी ओलंपियन परगट सिंह ने अकाली दल से सियासत की पारी शुरू की। जालंधर कैंट से दूसरी बार विधायक बने हैं। विधानसभा में कोई सवाल नहीं पूछा। चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद कैबिनेट में शिक्षा और खेल विभाग के मंत्री हैं।
जगजीत सुशांत, जालंधर। जालंधर कैंट के विधायक और पंजाब कांग्रेस के महासचिव परगट सिंह भारतीय हाकी टीम के कप्तान रहे हैं। ओलिपिंक में देश का प्रतिनिधित्व किया। उसके बाद पुलिस में रहे। फिर, अकाली दल से सियासत की पारी शुरू की। जालंधर कैंट से दूसरी बार विधायक बने हैं। विधानसभा में कोई सवाल नहीं पूछा। चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद कैबिनेट में शिक्षा और खेल विभाग के मंत्री बने हैं। विधायक फंड में करीब 40 करोड़ ही सरकार से मिले हैं। इसके बावजूद 11 गांवों में सीवरेज के लिए 43 करोड़, सड़क और साइकिल ट्रैक के लिए 36 करोड़ व 66 फीट रोड पर करीब 20 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं।
प्रोफाइल
परिवार : माता-पिता, पत्नी बरिंदरप्रीत कौर। एक बेटा और एक बेटी
आपराधिक पृष्ठभूमि : कोई नहीं, शिक्षा: ग्रेजुएट
आर्थिक स्थिति: कुल चल और अचल संपत्ति करीब 2 करोड़ रुपये।
उम्र: 57 साल, राजनीतिक दल: कांग्रेस
विधानसभा क्षेत्र: जालंधर छावनी
कुल मतदाता: 1,84,483
इनको मिले मत: 59,349
उपलब्धियों के दावे
40 करोड़ से सड़कें बनवाईं।
मकसूदां और वर्कशाप चौक से रेलवे स्टेशन तक कंक्रीट रोड का निर्माण करवाया।
विधानसभा हलके में सात स्टेडियम का निर्माण चल रहा।
सभी फ्लाईओवर के बीच वर्टिकल गार्डन विकसित करवाए।
66 फीट रोड को डबल लेन करवाने का काम शुरू।
- विशेष उपलब्धि
- 1158 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती करवाई।
- लाइब्रेरियन की भर्ती का प्रोसेस पूरा किया।
- 11 गांव नगर निगम में शामिल करवाए।
- सीवरेज के लिए करीब 70 करोड़ का प्रोजेक्ट।
- 36 करोड़ से सड़क व साइकिल ट्रैक के निर्माण का काम चल रहा
जहां पांच साल पहले थे, आज भी वहीं खड़ेः मक्कड़
भाजपा नेता सरबजीत सिंह मक्कड़ ने कहा कि जमशेर डेयरी कांप्लेक्स, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शिफ्टिंग, गंदा नाला अभी भी उसी जगह पर खड़े हैं, जहां 5 साल पहले थे। उनके अनुसार जनता से दूरी बना कर रखना उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है और लोग इसका विधानसभा चुनाव में जवाब देंगे। मक्कड़ ने कहा कि 66 फुटी रोड का दोहरीकरण होना था। अकाली सरकार के समय में ही सीवरेज डालने का प्रोजेक्ट पास किया गया था, लेकिन विधायक परगट सिंह ने जानबूझकर चार साल तक काम पूरा नहीं किया। अभी तक सड़क डबल लेन नहीं हो पाई।
बड़ी विफलताएं
हाकी के जनक कहे जाने वाले संसारपुर स्टेडियम के जीर्णोद्धार के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
जमशेर डेयरी कांपलेक्स में सुधार का वादा अधूरा रहा
शहर में शामिल 11 गांवों में सड़कें तोड़ी लेकिन बनी नहीं।
कैंटोनमेंट बोर्ड से जुड़े मुद्दे लंबित हैं, जिन्हें पास नहीं करवा पा रहे।
पब्लिक है सब जानती है
विकास को तरस रहा कैंट विधानसभा हलका
कैंट विधानसभा हलके के विकास की गति धीमी रही। हलके में कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं आया है। कैंट के जो गांव शहरी इलाके में शामिल हैं, वहां सीवरेज डालने के लिए सड़कें तोड़ दी गई हैं।
-मुकेश कुमार, लेबर कालोनी,जालंधर।
गांवों में विकास की जरूरत
विधायक परगट सिंह ने जो बड़े प्रोजेक्ट शुरू करवाए हैं। उनका असर एक साल बाद ही पता चल पाएगा। विकास कार्यों से लोगों को कुछ राहत मिली है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में परेशानी ज्यादा है। वहां पर विकास की जरूरत है। -वरिंदर कुमार, गढ़ा, जालंधर।