जहरीली शराब से मौतों के मामले में भाजपा महिला मोर्चा का प्रदर्शन, मांगा कैप्टन का इस्तीफा
Hooch death protest Punjab सीनियर नेता उर्मिल वैद्य के नेतृत्व में भाजपा नेत्रियों ने शहर में कई स्थानों पर कांग्रेस सरकार के विऱोध में प्रदर्शन किया।
जालंधर, जेएनएन। अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर में जहरीली शराब पीने से 115 से ज्यादा लोगों की मौत के मामले को लेकर पंजाब का सियासी पारा चढ़ गया है। वीरवार को भाजपा महिला मोर्चा ने राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का इस्तीफा मांगा।
सीनियर नेता उर्मिल वैद्य के नेतृत्व में भाजपा नेत्रियों ने शहर में कई स्थानों पर छोटे-छोटे समूहों में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि राज्य में जहरीली शराब की बिक्री के लिए सीधे तौर पर कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। सत्ता के नशे में चूर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब को नशे के दलदल में डुबो दिया है। विधानसभा चुनाव के दौरान कैप्टन ने गुटका साहिब हाथ में पकड़ कर कसम खाई थी कि 28 दिन में पंजाब से नशा खत्म करूंगा पर नशा खत्म करने के बजाय सरकार ने नशे को और बढ़ावा दिया है।
लॉकडाउन में सरकार ने सिर्फ शराब ठेकों की चिंता की
लॉकडाउन मे भी उसे सिर्फ शराब के ठेकों की चिंता की, जिसका नतीजा है कि कई घरों के चिराग उजड़ गए हैं। ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं हैं। सूबे का एक्साइज और टैक्सेशन विभाग खुद कैप्टन के पास है। ऐसे में उनकी सीधी जिम्मेदारी बनती है। उन्हें नैतिक आधार पर तुरंत अपने पंद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
शिअद और आप ने भी खोल रखा है सरकार के खिलाफ मोर्चा
जहरीली शराब से मौतों के मामले में कांग्रेस पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। बुधवार को ही शिरोमणि अकाली दल के यूथ विंग ने जालंधर में खडूर साहिब के विधायक रमनजीत सिंह सिक्की का घर घेरने की कोशिश की थी। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई थी। आम आदमी पार्टी पहले पंजाब के विभिन्न जिलों में इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर चुकी है।
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