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    Jalandhar Airport Terminal: ढाई साल बाद भी आदमपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल अधूरा, सांसद को दी डेडलाइन फिर क्रास

    By Pankaj DwivediEdited By:
    Updated: Sun, 07 Aug 2022 02:35 PM (IST)

    नए टर्मिनल का निर्माण 2019 मार्च में शुरू किया गया था। तब निर्माण कार्य को मार्च 2020 तक निपटा कर इसे फ्लाइट्स के संचालन के लिए उपलब्ध करवाने की बात क ...और पढ़ें

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    आदमपुर सिविल एयरपोर्ट का नया टर्मिनल तीन साल में भी पूरा नहीं हो सका है। जागरण

    मनुपाल शर्मा, जालंधर। निर्धारित लक्ष्य से ढाई वर्ष देरी से चल रहे आदमपुर सिविल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का निर्माण निकट भविष्य में भी पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। निर्माण पूरा करने के लिए सांसद चौधरी संतोख सिंह को कंपनी की तरफ से दी गई डेडलाइन एक बार फिर से क्रास हो गई है। मई में जब सांसद चौधरी ने अधिकारियों के साथ निर्माण कार्य का जायजा लिया था तो उनसे कहा गया था कि 30 जून तक काम पूरा हो जाएगा। अब काम कंप्लीट होने को लेकर किसी के पास पुख्ता जानकारी नहीं है।

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    ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि कंपनी की तरफ से दी गई डेडलाइन क्रास हो गई है। इससे पहले सांसद एवं डिप्टी कमिश्नर की सदस्यता वाली एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी ने 6 नवंबर 2020 को एयरपोर्ट के दौरे के दौरान घोषणा की थी कि नए टर्मिनल का निर्माण जून, 2021 तक निपट जाएगा।

    नए टर्मिनल का निर्माण 2019 मार्च में शुरू किया गया था। तब घोषणा की गई थी कि निर्माण कार्य को मार्च 2020 तक निपटा कर इसे फ्लाइट्स के संचालन के लिए उपलब्ध करवा दिया जाएगा। जून में सिविल एयरपोर्ट टर्मिनल का निर्माण कर रही निजी कंपनी वेसकाम के एवीपी नवनीत बराड़े ने कहा था कि टर्मिनल का काम कंप्लीशन के बेहद नजदीक है। 30 जून के बाद थोड़े ही दिनों में टर्मिनल का काम निपट जाएगा हालांकि काम निपट नहीं पाया।

    नए टर्मिनल में 300 यात्रियों के बैठने की होगी व्यवस्था

    नया टर्मिनल 6000 वर्ग मीटर में बनाया जा रहा है। इसके बनने पर 2 एयरबस या बोइंग विमानों का आवागमन एक ही समय में हो सकेगा। नए टर्मिनल निर्माण में टैक्सी ट्रैक, विमानों को खड़ा करने के लिए एपरन, 300 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था, डेढ़ सौ वाहनों को खड़ा करने की क्षमता वाला पार्किंग एरिया, एयरलाइन ऑफिस, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ऑफिस, कैफेटेरिया आदि बनाए जाने हैं।

    मौजूदा समय में 75 यात्रियों के बैठने की क्षमता, फ्लाइट भी बंद

    मौजूदा समय में मेकशिफ्ट अरेंजमेंट के तहत वर्ष 2018 में बनाया गया टर्मिनल मात्र 75 यात्रियों के बैठने की ही क्षमता रखता है। इस वजह से ज्यादा यात्रियों की क्षमता वाले बड़े विमानों का संचालन करना संभव नहीं है।  हालांकि 2020 के बाद आदमपुर एयरपोर्ट पर नियमित यात्री फ्लाइट का संचालन संभव ही नहीं हो सका है। 2020 के दिसंबर महीने में उस दिन के लिए फ्लाइट चली थी, जिसके बाद फ्लाइट बंद हो गई

    टैक्सी ट्रैक का निर्माण अभी चालू ही नहीं

    एक तरफ सिविल टर्मिनल का निर्माण लगातार पर चढ़ता जा रहा है तो दूसरी तरफ टर्मिनल के संचालन के लिए अति जरूरी टैक्सी ट्रैक का निर्माण अभी शुरू ही नहीं हो पाया है। इसी टैक्सी ट्रैक ने सिविल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल की इमारत को एयरफोर्स स्टेशन आदमपुर के भीतर स्थित रनवे से जोड़ना है। रनवे से उतरकर एयरपोर्ट टर्मिनल के एपरन तक पहुंचने के लिए विमान जिस रास्ते से गुजरता है, उसे टैक्सी ट्रैक कहा जाता है। वर्ष 2018 में जब आदमपुर से सिविल फ्लाइट्स शुरू की गई थी तो विमान के एपरन तक पहुंचने के लिए टैक्सी ट्रैक का निर्माण किया ही नहीं गया था। विमान को एयरफोर्स स्टेशन के भीतर स्थित टैक्सी ट्रैक के ऊपर ही खड़ा किया जाता था और वहीं से रवाना भी कर दिया जाता था।

    टैक्सी ट्रैक के लिए तोड़ी जाएगी एयरफोर्स स्टेशन की बाउंड्रीवाल

    आदमपुर सिविल एयरपोर्ट के टर्मिनल की नई बनाई जा रही इमारत एयर फोर्स स्टेशन से बाहर स्थित है, जहां तक विमान के पहुंचने के लिए चौड़े टैक्सी ट्रैक का होना अनिवार्य है। इसके लिए एयरफोर्स स्टेशन की बाउंड्रीवाल को एयरफोर्स की अनुमति के साथ तोड़ा जाएगा और फिर वहां पर चौड़े टैक्सी ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। ताकि एअरबस किस्म के विमान बाउंड्रीवाल के आर पार आवागमन कर सकें।