चिट्टी बेईं में 250 क्यूसिक पानी छोड़े सरकार : संत सीचेवाल
संवाद सूत्र शाहकोट वातावरण प्रेमी पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने चिट्टी बेईं में 250 क्यूसिक पानी छोड़ने पर जोर दिया है।
संवाद सूत्र, शाहकोट: वातावरण प्रेमी पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने चिट्टी बेईं में 250 क्यूसिक पानी छोड़ने पर जोर दिया है। उन्होंने अपनी यह मांग निगरान कमेटी की मुख्यमंत्री दफ्तर में हुई विशेष मीटिग दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान के सामने रखी। निगरान कमेटी सेवामुक्त जस्टिस जसवीर सिंह की अगुवाई में बनी हुई है। मीटिग में जिलावार वातावरण को सुधारने के लिए बनाई गई योजनाओं बारे में भी चर्चा की गई।
इस संबंधी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बताया कि बिस्त-दोआब नहर में 1452 क्यूसिक पानी बहने की समर्था है व इस नहर का नेटवर्क समूचे दोआबे के चार जिलों में फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि इस नहर में कभी भी समर्था मुताबिक पानी नहीं बहा, जिस कारण इन जिलों में धरती निचला पानी 400 फुट तक गहरा चला गया है। संत सीचेवाल ने मुख्यमंत्री मान को बताया कि पंजाब सरकार ने 300 करोड़ रुपये खर्च कर बिस्त दोआब नहर की मरम्मत करवाई है। इतने पैसे खर्च करने का लोगों को तभी फायदा होगा, यदि इस नहर में कम से कम हजार क्यूसिक पानी बहे। मीटिग दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान के ध्यान में लाया कि सिबली गांव में बिस्त-दोआब नहर के नीचे से चिट्टी बेईं गुजरती है, जहां रेगुलेटर बनाकर पानी छोड़ा जा सकता है। इससे दोआबे में पानी का स्तर भी ऊंचा होगा व चिट्टी बेईं के बीच का प्रदूषण भी खत्म होगा। काली बेईं में पानी बहने से कपूरथला जिले में बढ़ा पानी का स्तर: सीचेवाल
संत सीचेवाल ने कहा कि 165 किलोमीटर लंबी काली बेईं में लगातार पानी बहने से कपूरथला जिले के पानी का स्तर ढाई मीटर तक ऊंचा हुआ है। जबकि पंजाब में पानी का स्तर नीचे जा रहा है। यह तजुर्बा चिट्टी बेईं में करने से भी धरती के निचले पानी का स्तर भी सुधारा जा सकता है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संत सीचेवाल द्वारा वातावरण सुधारने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते कहा कि चिट्टी बेईं के प्रदूषण को खत्म करने के लिए पानी के स्तर को सुधारने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।