गरीबों के मसीहा व नाकों पर खड़ी पुलिस के मददगार बने ईशांत
कोरोना वायरस के कारण लगाए कर्फ्यू में सबसे बड़ी दिक्कत दिहाड़ी लगाकर परिवार का पेट पालने वाले लोगों के लिए थी।
शाम सहगल, जालंधर : कोरोना वायरस के कारण लगाए कर्फ्यू में सबसे बड़ी दिक्कत दिहाड़ी लगाकर परिवार का पेट पालने वाले लोगों के लिए थी। उस दौरान लगभग सभी उद्योग बंद पड़े थे। ऐसे में शिवसेना हिद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ईशांत शर्मा ने पहले दिन से ही कमर कस ली थी, जिसके तहत 22 मार्च को 200 लोगों का लंगर तैयार करके जरूरतमंद परिवारों को वितरित किया। कर्फ्यू की अवधि बढ़ी तो ईशांत शर्मा ने सेवा की इस मुहिम को भी आगे बढ़ा दिया। इसके बाद रोजाना 200 परिवारों को लंगर वितरण शुरू किया गया। इसके साथ ही भीषण गर्मी में सड़कों पर सेवाएं दे रहे पुलिसकर्मियों व सेहतकर्मियों को भी लंगर व शीतल पेय वितरित किया।
पशु-पक्षियों के लिए भी बने वरदान
कर्फ्यू के बीच लावारिस पशु-पक्षियों को भोजन करवाने वाले भी घरों से बाहर नहीं निकले। इससे उनकी हालत पतली हो गई। यही कारण था कि ईशांत शर्मा ने लावारिस पशु पक्षियों को चारा तथा पानी उपलब्ध करवाने की मुहिम चलाई। इसके तहत शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर पशु-पक्षियों को अन्न जल मुहैया करवाया गया।
जारी किया हेल्पलाइन नंबर
एक तरफ प्रशासन द्वारा लोगों को निशुल्क राशन मुहैया करवाया गया, दूसरी तरफ स्लम इलाकों में जाकर ईशांत शर्मा ने अपना मोबाइल नंबर हेल्पलाइन के रूप में दिया। इस पर जरूरतमंद लोग लंगर व राशन की मांग करते रहे और उन्हें आपूर्ति की जाती रही।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी दे चुके हैं सेवाएं
ईशांत शर्मा बताते हैं कि आपात परिस्थितियों में समाज की सेवा करना ही राष्ट्रवाद है। इससे पूर्व बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर राशन की सेवाएं दे चुके ईशांत शर्मा बताते हैं कि उनकी मुहिम में मुनीष बाहरी, विनय कपूर, मनी, रिपु तथा सोनू तनमन से सेवाएं देते रहे।