इसी सप्ताह हो सकता है स्टेशन स्वच्छता सर्वे, खामियों की भरमार
देश भर के ए-1 और ए कैटेगरी के रेलवे स्टेशनों में स्वच्छता सर्वे शुरू हो चुका है। अधिकारी भी स्टेशनों की रैंकिग सुधारने को लेकर निरंतर दौरे कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : देश भर के ए-1 और ए कैटेगरी के रेलवे स्टेशनों में स्वच्छता सर्वे शुरू हो चुका है। अधिकारी भी स्टेशनों की रैंकिग सुधारने को लेकर निरंतर दौरे कर रहे हैं। इस बार छह महीनों के बाद 600 स्टेशनों का सर्वे किया जा रहा है।
जालंधर रेलवे स्टेशन पर एक महीने में दो बार नार्दन रेलवे के जीएम टीपी सिंह विजिट कर चुके हैं। हालांकि कमियां दूर करने के लिए उनके द्वारा दी गई वार्निग के बाद कोई खास सुधार नहीं दिख रहा है। ऐसे में आइआरसीटीसी की ओर से टीएनएस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की टीम को सर्वे में पहली ही नजर में खामियां दिखने पर रैंकिग सुधरने का कोई चांस नहीं है। 2018 में सिटी स्टेशन को 158वां रैंक मिला था। मौजूदा स्थिति इससे भी खराब है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार स्टेशन के प्रत्येक स्टाल में गीला और सूखा कूड़ा रखने के अलग-अलग डस्टबिन रखे होने चाहिए, जो अभी व्यवस्था यहां शुरू नहीं हुई है। 100 फीट का तिरंगा लगाया गया, मगर उसकी हालत ठीक न होने के कारण उसे एक महीने पहले उतार लिया गया। प्लेटफार्म नंबर-तीन की हालत बेहद खराब है। अगर टीम प्लेटफार्म नंबर-3 पर विजिट के लिए गई तो, नंबर कट जाएंगे।
जीएम ने यह कमियां सुधारने के लिए दी वार्निग
- पानी के बूथ साफ हों व पानी बाहर की तरफ नहीं गिरना चाहिए।
- प्लेटफार्म पर पार्सल इधर-उधर बिखरा न हो।
- ड्रेनेज सिस्टम कवर होना चाहिए।
- डिजिटल ट्रेन डिसप्ले की बंद पड़ी स्क्रीन को ठीक करें।
- प्लेटफार्म नंबर तीन के ट्रैक की स्थिति सुधारें।
- पार्किंग एरिया की स्थिति बेहद खराब है उसे ठीक करें।
- सर्कुलेटिग एरिया में बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था बनाएं।
- अवैध एंट्री गेट बंद करें।
- लगेज स्कैनिग मशीन की जल्द ठीक करवाएं। रैंकिग के लिए चेकलिस्ट के मानदंड
- यात्रियों से फीडबैक के 40 प्वाइंट मिलते हैं।
- वेटिग हाल, शौचालय और ओपन पब्लिक शौचालय की स्थिति।
- स्टेशन पर सफाई व्यवस्था देखी जाएगी।
- वाशेबल एप्रन पर गंदगी तो नहीं, ड्रेनेज (नालियों) में गंदगी तो नहीं, वे कवर है या खुली।
- वेटिग हाल की व्यवस्था ठीक है या नहीं, यात्रियों के लिए लगा ट्रेन डिसप्ले बोर्ड सही है या नहीं।
- इलेक्ट्रानिक उपकरणों में एटीवीएम मशीन चल रही हैं या नहीं, कितने यात्री यूटीएस एप का इस्तेमाल करने के लिए हुए जागरूक
- पार्किग व्यवस्था ठीक है या नहीं, सड़क व्यवस्था ठीक है और प्रॉपर लाइनिग है या नहीं।
- सर्कुलेटिग एरिया की व्यवस्था को ठीक से मैनेज किया गया है या नहीं।
- डस्टबिन प्रॉपर है या नहीं।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप