आज से साउथ इंडिया के ऐतिहासिक मंदिरों के दर्शन कराएगा आइआरसीटीसी
आइआरसीटीसी की ओर से भारत दर्शन स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन के जरिए 23 अप्रैल से 4 मई तक की दक्षिण भारत की 11 रात और 12 दिन की यात्रा करवाई जा रही है।
अंकित शर्मा, जालंधर। इंडियन रेलवे की ओर से यात्रियों को साउथ इंडिया के ऐतिहासिक मंदिरों के दर्शन करवाने की तैयारी की जा चुकी है। आइआरसीटीसी की ओर से भारत दर्शन स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन के जरिए 23 अप्रैल से 4 मई तक की दक्षिण भारत की 11 रात और 12 दिन की यात्रा करवाई जा रही है। इसमें प्रत्येक यात्री को स्लीपर क्लास के 11340 रुपये के हिसाब से इस यात्रा के लिए ऑन लाइन टूर पैकेज बुक करवाना होगा। यात्रा के दौरान यात्रियों के रहने खाने-पीने की व्यवस्था आइआरसीटीसी की ओर से की जाएगी। इस दौरान जहां पर रेल मार्ग संभव नहीं हैं, वहां पर रेलवे की ओर से ही बस का इंतजाम किया जाएगा। मंदिरों के साथ-साथ यात्रियों को झील और नंदियों के किनारे कैंपिंग करने का भी मौका मिलेगा। यात्रा में केवल वेजिटेरियन खाना ही उपलब्ध होगा और किसी प्रकार की स्वास्थ संबंधी दिक्कत न हो, इसलिए हेल्थ टीम भी रहेगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी का भी इंतजाम रेलवे की तरफ से होगा। यात्री इस टूर पर जाने के लिए ऑनलाइन बुङ्क्षकग के ऑप्शन से बोर्डिंग और डी-बोर्डिंग की डिटेल भरकर ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं।
आज सिटी स्टेशन से रवाना होगी स्पेशल ट्रेन
भारत दर्शन स्पेशल ट्रेन 23 अप्रैल को 12:15 पर सिटी स्टेशन से रवाना होगी, जो 1:30 बजे लुधियाना, 5 बजे चंडीगढ़, 6 बजे अंबाला, 6:55 पर कुरुक्षेत्र, 7:55 पर करनाल, 8:55 पर पानीपत, 11:55 पर दिल्ली कैंट, 13:55 पर रेवाड़ी, 15:55 पर अलवर और 18:30 पर जयपुर पहुंचेगी। इसके बाद यात्रा पहले पड़ाव रामेश्वर में रामानाथ स्वामी मंदिर में 26 अप्रैल को पहुंचेगी। अगले दिन 27 अप्रैल को मदुरई में मीनाक्षी टेंपल, 28 अप्रैल को त्रिवेंद्रम में कोवलम बीच, पद्मानाभ स्वामी मंदिर, सांथीगिरी के बाद कन्याकुमारी में पहुंच कर रात का स्टे होगा और अगले दिन यहीं घूमने के बाद 30 अप्रैल को रंगानाथास्वामी टेंपल, 1 मई को तिरुपति में पहुंच कर यहां की वादियों का नजारा लेने के बाद सरकारी बस रूट के माध्यम से तिरुपति के दर्शनों के लिए जत्था रवाना होगा। दो मई को पदमावति मंदिर के दर्शन करने के बाद तीन मई को यात्रा वापसी के लिए चलेगी।
यात्रा: रेलवे की तरफ से रामेश्वरम, मदुरई, कोवलम, त्रिवेंद्रम, कन्याकुमारी, तिरुचिरापल्ली और तिरुपति के दर्शन करवाए जाएंगे
बोर्डिंग और डी-बोर्डिंग: जालंधर सिटी, लुधियाना, चंडीगढ़, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, दिल्ली कैंट, रेवाड़ी, अलवर और जयपुर से बोर्डिंग कर सकते हैं। यहीं पर वापसी के समय पर डी-बोर्डिंग होगी।