फ्रांस में कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की अस्थियां लेकर पहुंचे इकबाल सिंह
ओरेन डान के संस्थापक इकबाल सिंह भट्टी ने बुधवार को जालंधर में चार एनआरआइ की अस्थियां उनके परिवारों को सौंपी है। उन्होंने कहा कि अगर बाकी बची चार अस्थियां चार दिन तक कोई लेने नहीं आया तो श्री गोइंदवाल साहिब में उन्हें विसर्जित कर दिया जाएगा।
जालंधर, जेेएनएन। फ्रांस में कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वाले एनआरआइ की अस्थियां देश में भेजने में सहयोग करने वाली संस्था 'ओरेन डान' के संस्थापक इकबाल सिंह भट्टी बुधवार को शहर पहुंचे। यहां प्रेस क्लब में उन्होंने चार एनआरआइ के परिजनों को अस्थियां सौंपी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर बाकी बची चार व्यक्तियों की अस्थियां चार दिन तक कोई लेने नहीं आया तो श्री गोइंदवाल साहिब में जाकर धार्मिक रस्मों के साथ उन्हें विसर्जित कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों को लेकर काम कर रही संस्था 2003 से लेकर अब तक 178 शव व अस्थियां देश में भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ही जान गंवाने वाले कुल 13 भारतीयों में सतीश कालड़ा व बलबीर सिंह के शव पहले ही भेजे जा चुके हैं। इसमें से एक मृतक की अस्थियां गाजियाबाद में पार्सल से भेजी गई हैं। शेष दस में से दो के परिजनों ने उनसे एयरपोर्ट पर अस्थियां ले ली थी। जिसमें बचे आठ की अस्थियां परिजनों को देने वह शहर आए हैं। मौके पर उनके साथ मनविंदर सिंह व सदस्य मौजूद थे। इकबाल सिंह ने बताया कि फ्रांस में रहने वाले सिख समुदाय के सहयोग से फ्रांस में ही विधिवत इनका अंतिम संस्कार करवाया गया है। इसका खर्च सामूहिक रूप से किया जाता है।
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