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इनोसेंट हा‌र्ट्स की रिधिमा बनी डिस्ट्रिक्ट टॉपर

इनोसेंट्स हा‌र्ट्स, ग्रीन मॉडल टाउन की रिधिमा और लविशा जिले में पहला और दूसरा स्थान पाया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 May 2018 01:06 PM (IST)Updated: Wed, 30 May 2018 01:06 PM (IST)
इनोसेंट हा‌र्ट्स की रिधिमा बनी डिस्ट्रिक्ट टॉपर
इनोसेंट हा‌र्ट्स की रिधिमा बनी डिस्ट्रिक्ट टॉपर

कमल किशोर, जालंधर : मंगलवार को घोषित सीबीएसई 10वीं परीक्षा के परिणाम में इनोसेंट हा‌र्ट्स स्कूल के स्टूडेंट्स ने टॉप पोजीशंस हासिल की। इनोसेंट्स हा‌र्ट्स, ग्रीन मॉडल टाउन की रिधिमा (98.8 प्रतिशत अंक) और लविशा (98.6 प्रतिशत अंक) ने जिले में पहला और दूसरा स्थान पाने में सफलता पाई। इनोसेंट हा‌र्ट्स के स्वास्तिक पुरी 98.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर एमजीएन पब्लिक स्कूल, आदर्श नगर की कशिश जैन और शिव ज्योति पब्लिक स्कूल के सोमिल शर्मा के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। टॉपर्स के मैथ्स में 100 में 100

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खास बात यह है कि टॉपर्स ने सेल्फ स्टडी में विश्वास रखा। सेल्फ स्टडी की। सबने मैथ्स में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। स्वास्तिक पुरी व कशिश जैन ने ¨हदी में 100 अंक हासिल किए। वर्ष भर हर विषय की रिवीजन करती रही रिधिमा

डिस्ट्रिक्ट टॉपर रिधिमा को पढ़ाई के साथ-साथ बैड¨मटन खेलना अच्छा लगता है। जब स्टडी करके फ्री होती तो आधा या फिर एक घंटा बैड¨मटन खेलती थी। स्कूल में नॉन मेडिकल में दाखिला लिया है। पिता सुकेश परमार जीएसटी विभाग में कार्यरत हैं। माता अनामिका हाउस वाइफ हैं। रिधिमा ने बताया कि परीक्षा के दिनों में पढ़ने का कोई समय नहीं होता था। पूरे वर्ष हर विषय की रिवीजन करती थी। सेल्फ स्टडी की। किसी विषय के प्रश्न संबंधी समस्या आती तो स्कूल शिक्षकों से पूछ लिया करती थी।

युवा संपादक प्रतियोगिता की विजेता रही है सेकेंड टॉपर लविशा

सेकेंड टॉपर लविशा दैनिक जागरण द्वारा करवाई जाने वाली युवा संपादक प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया था। पिता जगमोहन कपूर देवी सहाय एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बस्ती नौ में शिक्षक हैं। मदर नीना हाउसवाइफ हैं। लविशा ने बताया कि परीक्षा के दिनों में सेल्फ स्टडी की। म्यूजिक व पुस्तकें पढ़ना अच्छा लगता है। नॉन मेडिकल में दाखिला लिया है। रोजाना रात को चार से पांच घंटे पढ़ती थी। हर विषय को गहराई से पढ़ती थी।

बिजनेसमैन के बेटे स्वास्तिक को किताबें पढ़ना लगता है अच्छा

जिले में तीसरे स्थान पर रहना वाले स्वास्तिक सेल्फ स्टडी में विश्वास रखते थे। किसी विषय संबंधी कोई समस्या आती तो स्कूल शिक्षक से समझ लिया करता था। रोजाना पांच घंटे पढ़ता था। परीक्षा के दिनों में हर विषय की रिवीजन अच्छी तरह की। किताबें पढ़ना अच्छा लगता है। पिता विशाल पुरी का पाइप फि¨टग का कारोबार है। मदर रंजना पुरी ट्यूशन टीचर है।


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