भगवान शिव व मां दुर्गा के पाठ से तमाम दुखों से निजात संभव : श्री कुमार स्वामी
बर्ल्टन पार्क में 579वें प्रभु कृपा अद्भुत दुख निवारण महासमागम का शुभारंभ हुआ। ब्रह्मार्षि श्री कुमार स्वामी ने बीज मंत्र के साथ श्रद्धालुओं का उत्थान किया। जैसे ही ब्रह्मार्षि ने पहले दिन प्रवचन दिए।
जागरण संवाददाता, जालंधर : बर्ल्टन पार्क दिन ढलते ही रंग बिरंगी लाइटों से रोशन हो गया। हाथ में बैग उठाए चारों तरफ से श्रद्धालु बर्ल्टन पार्क की तरफ से बढ़ रहे थे। देखते ही देखते भक्तों की भीड़ से पूरा पंडाल भर गया। यह मौका था, बर्ल्टन पार्क में आयोजित दो दिवसीय 579वें प्रभु कृपा अद्भुत दुख निवारण महासमागम के पहले दिन का। समागम में ब्रह्मार्षि श्री कुमार स्वामी ने बीज मंत्र के साथ श्रद्धालुओं का उत्थान किया। जैसे ही ब्रह्मार्षि पंडाल में पहुंचे श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर झूम उठे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि मां दुर्गा व भगवान शिव के पाठ से तमाम दुखों से निजात संभव है। मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इनके जाप का उच्चारण काफी है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव तथा मां दुर्गा के आशीर्वाद से असाध्य रोगों से निजात पाना संभव है। दिव्य पाठ तथा अभिमंत्रित औषधि के माध्यम से दिलाई गई निजात से विज्ञान भी हैरान है। रोग मुक्त जीवन में सुख व शांति की प्राप्ति संभव है। स्वस्थ्य समाज व स्वच्छ देश ही मुख्य उद्देश्य है। इसकी पूर्ति के लिए समागम करवाए जा रहे हैं। प्रभु कृपा से चंद मिनटों में असाध्य रोगों का समाधान कोई चमत्कार नहीं, बल्कि परमात्मा की कृपा है। सनातन धर्म व शास्त्र इस बात के गवाह है कि आशीर्वाद व मंत्र जाप से मानसिक संतुष्टि व स्वास्थ्य जीवन हासिल किया जा सकता है। प्रभु की कृपा सबसे शक्तिशाली है। इस मौके पर भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम के महासचिव सुशील वर्ना ने बताया कि समूचा विश्व भारत के पुरातन विज्ञान व आयुर्वेद को अपना रहा है। जिन रोगों का वर्षों से निदान नहीं किया जा सका, उसे चंद मिनटों में खत्म किया जा रहा है।
विदेशों से भी पहुंचे श्रद्धालु
बीज मंत्र समागम में शामिल होने के लिए विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचे। समागम स्थल पर देश ही नहीं विदेशों से भी पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए व्यापक प्रबंध किया गया। संस्थान की तरफ से बर्ल्टन पार्क में ही भंडारे का आयोजन हुआ। वहीं, सुबह हवन यज्ञ में श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी।