कोरोना काल में मानवता की सेवा को जुटे रहे नन्हा
शाम सहगल जालंधर कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा लगाए गए कर्फ्यू तथा लॉकडाउन के ब
शाम सहगल, जालंधर
कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा लगाए गए कर्फ्यू तथा लॉकडाउन के बीच गोपाल नगर इलाके से भगवा वस्त्र पहनकर एक शख्स रोजाना शहर के स्लम इलाकों तथा बस्तियों की तरफ निकल पड़ता। गाड़ी में खाने के पैकेट लेकर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाता रहा। बात चल रही है गोपाल नगर के रहने वाले हिद क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज नन्हा की।
बिना किसी की मदद के इस मुहिम को वह कई दिनों तक चलाते रहे। प्रशासन द्वारा तैयार खाना वितरित करने पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी उन्होंने सेवा जारी रखी। इसके तहत कच्चा राशन जरूरतमंदों तक पहुंचाना शुरू किया। यह दौर भी करीब एक महीना लगातार चला। इतना करने के बाद भी उन्होंने खुद को संक्रमण से बचाए रखा। वह हाथों में ग्लव्स, सिर पर टोपी जरूरत पहनते थे। इसके अलावा रोजाना आंवला, नींबू, काढ़ा तथा गर्म पानी का सेवन करते रहे।
मनोज नन्हा बताते हैं कि कोरोना के बीच ऐसा करना किसी चुनौती से कम न था। पुलिस तथा प्रशासन की तमाम हिदायतों के बावजूद इस मुश्किल डगर पर चलते हुए सेवा का सफर तय किया। वह बताते हैं कि कई स्लम बस्तियों में एक बार राशन देने के बाद वहां से दोबारा भी मांग आने लगी, जिसे जाकर पूरा किया गया। महामारी से लोगों की रक्षा करने के लिए उन्हें जागरूक करने के साथ-साथ शहर के कई इलाकों में सैनिटाइजर स्प्रे करना भी जरूरी था, लेकिन उस दौर में मार्केट में लेबर तथा दिहाड़ीदार मिलने मुश्किल थे। ऐसे में मनोज नन्हा ने स्प्रे मशीन खरीद कर खुद गोपाल नगर तथा इसके आसपास कई कॉलोनियों में स्प्रे करना शुरू किया। यह काम आज भी जारी है। ऐसे की खुद की रक्षा
मनोज नन्हा बताते हैं कि गरीब परिवारों को राशन देने के बाद उनके चेहरे की मुस्कान उन्हें सकारात्मक उर्जा प्रदान करती थी। इसके अलावा स्वच्छता नियमों का पालन करते हुए इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थो का सेवन किया। इसके अलावा रात को जल्दी सो जाना व सुबह जल्दी उठकर सेवा के कार्य में जुट जाना भी उनके लिए स्वास्थ्यवर्धक साबित हुआ।