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मकान सील करने पहुंची टीम ने अंदर का नजारा देखा तो रह गई दंग, बेड़ियों से बंधा था बुजुर्ग

बैंक कर्ज की अदायगी लंबे समय तक न करने केे बाद जब प्रशासन की टीम मकान को सील करने पहुंची तो अंदर एक बुजुर्ग को इस हाल में देखकर दंग रह गई।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 31 Jan 2020 04:52 PM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 07:41 AM (IST)
मकान सील करने पहुंची टीम ने अंदर का नजारा देखा तो रह गई दंग, बेड़ियों से बंधा था बुजुर्ग
मकान सील करने पहुंची टीम ने अंदर का नजारा देखा तो रह गई दंग, बेड़ियों से बंधा था बुजुर्ग

जेएनएन, रूपनगर। एक व्यक्ति ने लोन लेकर मकान खरीदा, लेकिन वह इसे चुका नहीं पाया। बैंक कर्ज की अदायगी लंबे समय तक न करने केे बाद जब प्रशासन की टीम मकान को सील करने पहुंची तो अंदर एक बुजुर्ग को इस हाल में देखकर दंग रह गई। बुुुुुुुजुर्ग के पैर पशुओं को बांधने वाली जंजीर से बंधे थे। बुजुर्ग का बेटा व बहू दस दिन से उसके हाथ पैर बांध रहे थे।

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मौके पर बुजुर्ग के पहने कपड़े इतने मैले थे कि उसके पास पास खड़ा होना भी मुनासिब नहीं था। पास ही खाने के कुछ बर्तन भी पड़े हुए थे। रूपनगर के वार्ड नंबर एक हवेली में एक बंद मकान में तरनजीत सिंह उर्फ गुड्डू को परिवार जंजीर से बांधकर रखता रहा। इसका पता तब चला, जब तरनजीत सिंह उर्फ गुड्डू के बेटे मनिंदर सिंह और पुत्रवधू के बैंक कर्ज की अदायगी लंबे समय से न करने पर प्रॉपर्टी को सील करवाने पहुंचे प्रशासनिक अमला मकान के बाहर पहुंचा। एयू स्माल फाइनांस बैंक की टीम के साथ पहुंचे तहसीलदार कुलदीप सिंह ने जब मकान में एक तरफ गैलरी में बुजुर्ग को बैठे देखा, तो वह उसके पास चले गए।

पास जाने पर देखा कि बुजुर्ग तरनजीत सिंह उर्फ गुड्डू के एक पांव में पशुओं को बांधी जाने वाली जंजीर (संगली) बंधी हुई थी। रूपनगर के तहसीलदार कुलदीप सिंह ने कहा कि वह तो मौके पर बैंक से दिया कर्ज वापस न करने के मामले में मकान का कब्जा दिलाने के लिए गए थे। वहां पर अमानवीय कृत्य देखकर उन्होंने तुरंत जिला प्रशासन को सूचित दिया और मौके पर सिविल सर्जन को विशेषज्ञ भेजने के लिए कहा।

इसके बाद पहुंची टीम ने तरनजीत सिंह उर्फ गुड्डू को तुरंत वहां से जंजीर से खोलकर सिविल अस्पताल मनोचिकित्सक के पास इलाज के लिए भेजा गया। रिपोर्ट बनाकर एसडीएम रूपनगर को भेज दी गई है। अब वहीं से आगे की कार्रवाई होगी। मौके पर परिवार का कोई भी सदस्य नहीं मिला। पुलिस प्रशासन के मुताबिक उनकी खोज की जा रही है। वहीं मौके पर कुछ लोगों ने बताया कि बैंक के अधिकारी पूर्व में कई बार यहां पर चक्कर लगाते रहे हैं। हो सकता है कि परिवार ने कर्ज से परेशान होकर बुजुर्ग को जंजीरों से बांधकर बंद मकान में बंद किया हो। यह बहुत ही गलत है।

नोटिस किया चस्पा

एयू स्माल फाइनांस बैंक ने 30 जनवरी 2020 को मनिंदर सिंह के मकान को सील करते हुए बाहर 60 दिन का नोटिस चस्पा किया। इसमें लिखा है कि एक जून 2018 को मनिंदर सिंह को डिमांड नोटिस जारी किया गया था। इसमें स्पष्ट लिखा था कि मनिंदर सिंह और उसकी पत्नी विपनदीप कौर बैंक से लिए गए कर्ज की बकाया 8 लाख 4654 रुपये की अदायगी 60 दिन के भीतर करें।

गुड्डू के लिए सिविल सर्जन ने घर से मंगवाए कपड़े

उधर अस्पताल में तरनजीत सिंह उर्फ गुड्डू का हाल जानने पहुंचे सिविल सर्जन डॉ.एचएन ने घर से मौके पर साफ कपड़े मंगवाकर गुड्डू को पहनाए। इसके बाद उन्होंने स्टाफ को उसे पर्याप्त भोजन देन व उसका सही ख्याल रखने की स्टाफ को हिदायत दी।

डॉ. नीरज जैन करेंगे इलाज

रूपनगर के सिविल सर्जन डॉ. एचएन शर्मा ने कहा कि मनोचिकित्सक डॉ. नीरज जैन गुड्डू की अपनी निगरानी में इलाज करेंगे। उसकी हर बीमारी का इलाज किया जाएगा। हमें सिर्फ इतनी सूचना है कि गुड्डू को जंजीर से करीब 10 दिन से बांधकर रखा हुआ था।

बढ़ता गया लोन

आरोपितों ने साल 2016 में बैंक से आठ लाख रुपये का कर्ज लिया था, जो अब बढ़कर करीब 10 लाख के आसपास हो गया है। आरोपितों ने अभी तक एक भी किश्त कर्ज की नहीं भरी है, जिसके चलते ही बैंक ने यह कार्रवाई की है। बैंक पहले भी उनसे पैसे भरने के लिए कहता रहा, पर उन्होंने पैसे नहीं भरे।

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