Navratra 2022: जालंधर में 500 पुलिसकर्मियों पर मंदिरों की सुरक्षा का भार, आला अधिकारी भी चलाएंगे चेकिंग अभियान
नवरात्र में मंदिरों में भक्तों की सुरक्षा का जिम्मा 500 पुलिस कर्मचारियों के कंधे पर रहेगा। इसे लेकर मंदिर प्रबंधकों को भी सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त रखने को कहा गया है। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी समय-समय पर जांच करने पहुंचेंगे और शरारती तत्वों पर नजर रखेंगे।
संवाद सहयोगी, जालंधर। नवरात्र के दिनों में मंदिरों में भक्तों की सुरक्षा का जिम्मा पांच सौ पुलिस कर्मचारियों के कंधे पर रहेगा। दौ सौ महिला और तीन सौ पुलिसकर्मी मंदिरों के अंदर और बाहर की सुरक्षा में रहेंगे। पुलिस कमिश्नर गुरशरण सिंह संधू ने सुरक्षा की सारी कमान डीसीपी ला एंड आर्डर अंकुर गुप्ता को सौंपी है। डीसीपी के नेतृत्व में सभी एडीसीपी और एसीपी खुद सुरक्षा का जायजा लेंगे। चेकिंग अभियान भी चलाएंगे। अगले नौ दिनों तक शहर के सारे प्रमुख मंदिरों में अंदर और बाहर सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। मंदिरों में लगे सीसीटीवी कैमरा भी पुलिस की पैनी नजर रहेगी। मंदिरों के प्रबंधकों को अपने सीसीटीवी कैमरा दुरुस्त रखने के लिए कहा गया है और उनकी फुटेज भी कम से कम दो महीने तक सुरक्षित रखने के लिए कहा गया है। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी समय-समय पर जांच करने के लिए पहुंचेंगे और शरारती तत्वों पर नजर रखेंगे।
प्रबंधक कमेटियों के साथ भी संपर्क रखेंगे पुलिस अधिकारी
मंदिर कमेटियों के प्रमुखों के साथ भी पुलिस संपर्क साध रही है। किसी भी मंदिर में सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा कर्मी या निजी सुरक्षा कर्मियों को लेकर आने वाली किसी भी समस्या का समाधान करने के लिए सारे आला अधिकारियों को कहा गया है। पुलिस बड़े धार्मिक स्थलों के पास ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुचारू रखने का प्रयास करेगी।
शरारती तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगाः डीसीपी
डीसीपी ला एंड आर्डर अंकुर गुप्ता ने बताया कि मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पूरे प्रबंध किए गए हैं। सारे पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि सुरक्षा प्रबंधों पर कड़ी नजर रखें। किसी भी तरह की शरारत करने वालों से सख्ती से निपटा जाए। श्रद्धालुओं से अपील है कि अनजान लोगों से बचकर रहें और पुलिस को सहयोग करें।
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