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मालामाल होगा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, शहर में 240 करोड़ की रिहायशी व कॉमर्शियल प्रॉपर्टी बेचने की तैयारी

आर्थिक तंगी से निजात पाने के लिए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जालंधर ने 240 करोड़ रुपये की रिहायशी व कॉमर्शियल प्रॉपर्टी बेचने की योजना तैयार की है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 11:02 AM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 11:02 AM (IST)
मालामाल होगा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, शहर में 240 करोड़ की रिहायशी व कॉमर्शियल प्रॉपर्टी बेचने की तैयारी
मालामाल होगा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, शहर में 240 करोड़ की रिहायशी व कॉमर्शियल प्रॉपर्टी बेचने की तैयारी

जागरण संवाददाता, जालंधर : लंबे समय से आर्थिक तंगी से गुजर रहा शहर का इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जल्द ही मालामाल होने जा रहा है। ट्रस्ट ने 240 करोड़ की रिहायशी व कामर्शियल प्रापर्टी बेचने की योजना तैयार की है। इस बीच ट्रस्ट को पांच करोड़ रुपये जारी करने के सरकार ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। चंडीगढ़ में इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट की ईओ सुरिंदर कुमारी की अधिकारियों से साथ हुई बैठक में इसके संकेत मिले हैं।

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दरअसल, सुरिदंर कुमारी इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के विभिन्न विषयों को लेकर वीरवार को चंडीगढ़ में स्थानीय विभाग के प्रिंसिपल सचिव वेणु प्रसाद व डायरेक्टर करुणेश शर्मा से मिलीं थी। इस दौरान उन्होंने नगर निगम के जीएसटी के हिस्से के पांच करोड़ रुपये जल्द इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के खाते में भेजने की हिदायत दी। इससे आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहे ट्रस्ट को निश्चित रूप से राहत मिलेगी। बैठक में ट्रस्ट ने प्रताप बाग के स्वीमिंग पूल को नगर निगम से उनके पास ट्रांसफर करने की मांग भी की है। जिसे लेकर ट्रस्ट पिछले लंबे अर्से से मांग कर रहा है।


ईओ सुरिंदर कुमारी ने बताया कि अधिकारियों के आदेशों के मुताबिक जल्द ही यह राशि ट्रस्ट के खाते में ट्रांसफर हो जाएगी। बैठक में सरकार द्वारा लीज प्रॉपर्टी से फंड जमा करने के साथ ही ट्रस्ट की प्रॉपर्टी की कीमत 25 फीसद घटाने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बारे में भी चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि प्रिंसिपल सचिव के ध्यान में यह बात लाई गई कि ट्रस्ट की मौजूदा हालत को देखते हुए करीब 240 करोड़ की रिहायशी व कामर्शियल प्रापर्टी बेचने की योजना तैयार की हुई है।

प्रिंसिपल सचिव ने लीज प्रॉपर्टी से फंड प्राप्त करने बारे प्रस्ताव तैयार करके भेजने को कहा है। इसके बाद चेयरमैन से मीटिंग करके तय किया जाएगा कि किस तरह लीज प्रापर्टी का फंड इकट्ठा करना है। इसके अलावा ट्रस्ट की किसानों को इन्हांसमेंट, पीएनबी का बकाया कर्जे बारे पर अदालतों में केसों बारे चर्चा भी की गई।


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