कांग्रेस शासनकाल में फलफूल रहा अवैध शराब का कारोबार : मोहिंदर भगत
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता मोहिंदर भगत ने कहा कि शराब की अवैध फैक्ट्रियों के असली मालिकों को सार्वजनिक करने व पकड़ने की जरूरत है।
जालंधर, जेएनएन। कांग्रेस शासनकाल में अवैध शराब का कारोबार फलफूल रहा है। नतीजतन राज्य में सरकार का 5600 करोड़ का रेवेन्यू प्रभावित हुआ है। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष शमशेर सिंह दूलो की तरफ से राज्य में अवैध शराब की हो रही स्मगलिंग की पोल खुलने के बाद इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता है कि कांग्रेस शासनकाल में अवैध शराब का कारोबार बढ़ा है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता मोहिंदर भगत ने कहा कि शराब की अवैध फैक्ट्रियों के असली मालिकों को सार्वजनिक करने व पकड़ने की जरूरत है। इसके अलावा कैप्टन सरकार जनता के हित में हर फ्रंट पर फेल साबित हुई है।
कोरोना संकट में की घड़ी में सरकार लोगों को राहत देने की बजाय रेवेन्यू इकट्ठा करने के लिए कई तरह मुश्किलें पैदा कर रही हैं। ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव में लोग कांग्रेस को मुंह नहीं लगाएंगे और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी।
मेयर के अधिकार कम करके कैप्टन सरकार ने अफसर लॉबी को बढ़ावा दिया : सुनील ज्योति
जालंधर। पूर्व मेयर सुनील ज्योति ने पंजाब सरकार के उस फैसले पर कड़ा ऐतराज जताया है, जिसमें मेयर के अधिकार कम कर दिए गए हैं। मेयर से कमिश्नर की एसीआर लिखने की पावर छीनना गलत है। इससे अफसरशाही पर नियंत्रण नहीं रहेगा। पूर्व मेयर ने कहा कि यह बेहद ही हैरानीजनक फैसला है, जिससे शहर के प्रथम नागरिक की गरिमा कम होगी। सुनील ज्योति ने कहा कि जब वह मेयर थे, तब मेयर काउंसिल में लगातार यह मुद्दा उठा रहा है कि मेयर के अधिकार बढ़ाए जाएं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री के साथ मीटिंग में बार-बार संघीय ढांचे को मजबूत करने की मांग रखी है, लेकिन खुद ही इस पर अमल नहीं कर रहे हैं। अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के समय भी मेयर के अधिकार बढ़ाए गए थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा मेयर अगर कमजोर है तो इसका मतलब यह नहीं है कि मेयर के अधिकार कम करके पूरे सिस्टम को कमजोर कर दिया जाए।