यूथ कांग्रेस में प्रधानगी को लेकर घमासान शुरू, अब पुराने पैटर्न से होगी ताजपोशी
यूथ कांग्रेस में प्रधानगी को लेकर एक बार फिर से घमासान शुरू हो गया है। प्रधान की नियुक्ति के लिए यूथ कांग्रेस अपने पुराने पैटर्न को अपनाएगी।
[मनोज त्रिपाठी, जालंधर] यूथ कांग्रेस की प्रधानगी को लेकर घमासान शुरू हो गया है। पार्टी ने दो साल पुरानी नीति को बदलकर फिर से पुराने पैटर्न पर यूथ कांग्रेस का प्रधान बनाने का फैसला किया है। दो साल पहले पार्टी ने चुनावी प्रक्रिया को बदलकर विधानसभा, लोकसभा हलकों व पंजाब प्रधान बनाए थे। दो साल में ही कांग्रेस को समझ में आ गया कि यह प्रयोग फेल हो रहा है। नतीजतन लौट के बुद्धू घर को आए वाली कहावत को चरितार्थ कर पार्टी ने अब दोबारा जिला शहरी, देहाती व पंजाब प्रधान बनाने का फैसला किया है। 12 दिसंबर तक इसके लिए सदस्यता अभियान के तहत पंजीकरण करवाना होगा।
दो साल पहले राहुल गांधी ने यूथ कांग्रेस को दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक तरीके से चुनी जाने वाली सियासी चेन बनाने का प्रयोग किया था। इसके तहत जिलों में शहरी व देहाती के प्रधानों की बजाय विधानसभा हलका व लोकसभा हलकों के प्रधान चुने जाने शुरू कर दिए गए थे। इनके ऊपर पंजाब का प्रधान चुना जाता था। होशियारपुर से अमरप्रीत लाली मौजूदा पंजाब प्रधान हैं। 12 दिसंबर के बाद पंजाब व जिलों में शहरी तथा देहाती के प्रधानों का चुनाव होगा। इसी तर्ज पर ब्लाक स्तर पर भी प्रधानों का चुनाव करवाया जाएगा। लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने यूथ कांग्रेस को दुनिया के सबसे बड़े व ज्यादा संख्या वाले लोकतांत्रिक ढांचे के रूप में परिवर्तित करने के लिए यह प्रयोग किया है।
पांच जिलों में ही शहरी व देहाती प्रधान
अब अमृतसर, पटियाला, लुधियाना, बङ्क्षठडा तथा जालंधर में शहरी व देहाती का प्रधान होगा। गुरदासपुर, पठानकोट, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, मोहाली, खन्ना, बरनाला, संगरूर, मानसा, फरीदकोट,तरनतारन, श्री मुक्तसर साहिब, मोगा, फाजिल्का, रूपनगर, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब व बरनाला में एक प्रधान बनाए जाएंगे। इनके नीचे ब्लाकों के प्रधानों का चुनाव भी होगा। प्रदेश प्रधान का चुनाव जिला प्रधानों के जरिए किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस भवन में इस मामले को लेकर सोमवार को हुई मैराथन बैठक के बाद सभी जिलों में यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों को इस संबंध में सूचना जारी कर दी गई है।
कई दावेदार हो जाएंगे दौड़ से बाहर
यूथ कांग्रेस की सदस्यता को लेकर 35 साल की उम्र रखी गई है। 12 नवंबर तक जिनकी उम्र 35 साल या उससे कम है, वे ही सदस्यता के लिए आवेदन कर सकते हैं। अगर एक दिन भी ज्यादा उम्र होती है तो सदस्यता रद कर दी जाएगी। इस फैसले के बाद प्रधानगी का सपना देख रहे दर्जनों चेहरों को मायूसी का सामना करना पड़ रहा है।
मौजूदा पदाधिकारियों की सियासी दुकान हुई बंद
नए सिरे से चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद सूबे के 117 विधानसभा हलकों व 13 लोकसभा हलकों के यूथ कांग्रेस के प्रधानों की सियासी दुकानदारी भी सोमवार से बंद हो गई है। संविधान के अनुसार चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद इनके पद स्वत: ही खत्म हो जाते हैं।