मोदी सरकार ने देश में इनोवेशन और रिसर्च को बढ़ावा दियाः जावड़ेकर
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां एलपीयू में कहा कि मोदी सरकार ने इनोवेशन ओर रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
जेएनएन, जालंधर। यहां लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में जारी नेशनल साइंस कांग्रेस में रविवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप, फेसबुक गूगल पूरी दुनिया में सोशल क्रांति ला रहे हैं। वहां पर भारतीय मैनपावर ये काम कर रही है लेकिन सोशल मीडिया के इन स्तंभों के हम ओनर नहीं हैं। यह दुर्भाग्य की बात है। हम आने वाले समय में सोशल मीडिया के ओनर बनना चाहते हैं। पिछले चार साल में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने इनोवेशन और रिसर्च को बढ़ावा देने के लिे कई योजनाएं शुरू की हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब साल 2014 में मोदी सरकार आई तो पता चला के हमारे देश के नौजवान दूसरे देशों में जाकर रिसर्च करते हैं। शोध अनुसंधान करने पर तीन बड़े कारण सामने आए। पहला, हमारे पास विश्व स्तरी लैबोरेटरीज नहीं थीं। दूसरा विद्यार्थियों को जरूरी स्कॉलरशिप उपलब्ध नहीं कराई जाती थी। तीसरा, देश में रिसर्च के लिए सुपरवाइजर नहीं थे।
हमारी सरकार ने इन तीनों कमियों को दूर किया है। स्कॉलरशिप के लिए रास्ते खोले हैं और उसी का परिणाम है कि जहां आईआईटी में आज से 4 साल पहले रिसर्च एक्टिविटीज में महिलाओं की संख्या 1 फीसद थी, वह आज बढ़कर 16% पहुंच गई है। अटल टिंकरिंग लैब के माध्यम से छठी से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए रिसर्च प्रोग्राम पूरे देश में शुरू किया गया है। रिसर्च स्कॉलर्स को ₹100000 की स्कॉलरशिप देने का फैसला मोदी सरकार ने लिया है।