अस्पताल के स्टाफ ने बाउंसरों पर लगाए आपत्तिजनक शब्द प्रयोग करने का आरोप
बीएसएफ चौक के निकट स्थित एक अस्पताल में डाक्टरों का आपसी विवाद थम नहीं रहा है।
जागरण संवाददादाता, जालंधर
बीएसएफ चौक के निकट स्थित एक अस्पताल में डाक्टरों का आपसी विवाद थम नहीं रहा है। आपसी विवाद का असर स्टाफ भी दिखने लगा है। बुधवार को अस्पताल के स्टाफ ने ड्यूटी पर तैनात बाउसरों पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप लगाया है। इन आरोपों को बाउंसरों ने सिरे खारिज कर दिया है, हालांकि डॉक्टरों ने इसे मुद्दा बना कर मामला पुलिस थाने तक पहुंचा दिया है।
अस्पताल में डॉ. पंकज त्रिवेदी के अधीन काम रहे महिला स्टाफ ने आरोप लगाए कि अस्पताल में तैनात बाउंसर उन्हें देख कर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं और ड्यूटी पर जाने से रोकते है। मामले को लेकर उन्होंने विरोध भी जताया। उन्होंने छेड़छाड़ के आरोपों के लेकर शिकायत बारादरी थाने में भी करने की बात कही है। वहीं बाउंसरों ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि पूरे अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं उनकी रिकॉर्डिंग से पता चलेगा की सच्चाई क्या है। वहीं, डॉ. पंकज त्रिवेदी ने आरोप लगाए कि नीतियों को ताक पर रख अस्पताल की सुरक्षा के लिए बाउंसर रखे गए हैं। अस्पताल के सभी पार्टनर्स की ओर से बाउंसर रखने की सहमति नहीं है। उन्होंने कहा कि डॉ. राजेश अग्रवाल ने निजी बाउंसर रखे हैं तो वे उन्हें अपने तक ही रखें।
वहीं, दूसरी तरफ डॉ. राजेश अग्रवाल ने आरोपों को नाकारा है। उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों पर जान से मारने की धमकियां देने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अगर बाउंसरों ने छेड़छाड़ की है तो पुलिस में शिकायत करें। पुलिस खुद जांच पड़ताल करेगी। अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों में सारी रिकॉर्डिंग मौजूद है।