एचएमवी के 27 वॉशरूम में लगी हैं इंसीनेटर मशीनें
हालिया रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन ने सेनेटरी पैड की उपयोगिता पर सबका ध्यान खींचा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : हालिया रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन ने सेनेटरी पैड की उपयोगिता पर सबका ध्यान खींचा है। लेकिन शहर के कॉलेज इसे लेकर पहले ही जागरूक हैं। हंसराज महाविद्यालय में तो दस महीने पहले ही दो सेनेटरी नैपकिन्स वें¨डग मशीनें लगाई गई थीं, जिनमें सिक्का डालकर छात्राएं पैड निकाल लेती हैं।
शहर की कई सामाजिक संस्थाएं भी हाईजीन (स्वच्छता) को लेकर जागरूकता फैला रही हैं। हंसराज महिला महाविद्यालय में 27 वॉशरूम व हॉस्टल के वॉशरूम में इंसीनेटर मशीनें भी लगाई गई हैं। वेस्ट पैड डिस्पोजल में डालने की बजाए इन मशीनों में डाल दिए जाते हैं। मशीन में डाले गए वेस्ट पैड की राख बन जाती है। इस राख को कॉलेज में लगे पौधों में डाली जाती है। ¨प्रसिपल डॉ. अजय सरीन स्वयं लड़कियों को स्वच्छता बनाए रखने की जानकारी सेमिनार के माध्यम से देती हैं। छात्राएं सेनेटरी पैड पर चर्चा करती हैं।
दस महीने पहले लगाई गई थीं वें¨डग मशीन
फोटो-133जेपीजी
एचएमवी की ¨प्रसिपल डॉ. अजय सरीन ने कहा कि अभिनेता अक्षय कुमार की पैडमैन फिल्म ने पैड की उपयोगिता पर ध्यान खींचा है। उन्होंने कहा कि कॉलेज परिसर स्वच्छता को लकेर गंभीर है। दस महीने पहले ही कॉलेज में दो सेनेटरी नैपकिन्स वें¨डग मशीनें व 25 वॉशरूम में इंसीनेटर मशीनें लगाई गई हैं। वेंडिंग मशीनों में छात्राएं सिक्का डालकर पैड निकाल लेती हैं। लड़कियों को हाइजिन की जानकारी समय-समय पर दी जाती है।