विधायक टीनू के एक सवाल ने खराब कर दी स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी, जानें क्या है पूरा मामला
पंजाब विधानसबा में आदमपुर के विधायक पवन टीनू के सवाल का जवाब देने के लिए बुधवार को छुट्टी वाले दिन भी करीब 20 सेहत मुलाजिमों ने ड्यूटी निभाई।
जागरण संवाददाता, जालंधर। आदमपुर के विधायक पवन टीनू के विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब की कीमत स्वास्थ्य कर्मियों को अपनी छुट्टी गंवाकर देनी पड़ी। श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर राज्य सरकार ने बुधवार को छुट्टी घोषित की थी। पर टीनू के एक सवाल के जवाब के लिए 20 मुलाजिमों को बुधवार को यहां ड्यूटी पर तैनात किया गया।
विधायक टीनू ने विधानसभा के सवाल नंबर 235 के तहत पूछा है कि डोप टेस्ट क्यों किया जा रहा है, इससे सेहत विभाग को क्या आमदनी है। कितने डोप टेस्ट किए गए हैं और उनके आने वाले राजस्व को कहां खर्च किया जा रहा है।
सेहत विभाग के मुलाजिमों ने खासी मशक्कत कर सवाल का जवाब तैयार कर तुरंत भेज दिया। सेहत विभाग द्वारा दिए गए जवाब में बताया कि डोप टेस्ट असलहा लाइसेंस बनवाने व रिन्यू करवाने के लिए शुरू किए हैं। अप्रैल 2018 से नवंबर 2018 तक 1719 डोप टेस्ट किए गए हैं। इन टेस्टों से 2,57,8500 रुपये का राजस्व अस्पताल को मिला है। इस राशि को अस्पताल के यूजर्स चार्जिस के खाते में जमा किया गया है। यह पैसा सिविल अस्पताल में मरीजों की दवाइयों व अन्य सहूलियतों के अलावा साफ सफाई आदि के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
सेहत विभाग की ओर से विधानसभा सत्र के सवालों के जवाब के लिए छुट्टी रद कर आफिस में स्टाफ की तैनाती को सुनिश्चित करने के आदेश दिए थे। सिविल अस्पताल व सिविल सर्जन आफिस में 20 के करीब मुलाजिमों को ड्यूटी पर बुलाया गया था। उन्होंने सवाल का जवाब तैयार करके भेज दिया है।
-डॉ. राजेश कुमार बग्गा, सिविल सर्जन।