जागरण संवाददाता, पटियाला। पटियाला में सरकारी मेडिकल कॉलेज में पार्किंग सहित लैब एवं ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन करने आए मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मिनिस्टर डा. राजकुमार वेरका ने कहा कि पंजाब के मेरिटोरियस स्कूलों के साथ-साथ अन्य सरकारी स्कूलों में पढ़कर अच्छे अंक प्राप्त करने वाले बच्चों द्वारा एमबीबीएस में दाखिला लेने के लिए फीस की परेशानी का हल किया जाएगा। इसका मसला वह आने वाली कैबिनेट की मीटिंग में उठाएंगे। उनके विभाग में 58 साल के बाद काम कर रहे री एंप्लाइज मुलाजिमों पर इस तरह का कोई भी फैसला लागू नहीं होता कि वह 58 साल के बाद विभाग में नौकरी नहीं कर सकते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना काल में नौकरी से निकाले गए सभी मुलाजिमों को फिर से नौकरी पर रखा जा रहा है। लैब एवं टेक्निकल काम करने वाले कर्मियों की फाइल उच्च अधिकारियों के पास मंजूरी के लिए भेजी गई है और वह 2 दिन में काम पर वापस बुला लिए जाएंगे। पटियाला कांग्रेस का प्रभारी होने के नाते आपने कहा था कि आप हर हफ्ते कांग्रेस कर्मियों की पटियाला में आकर समस्याएं सुनेंगे और हम उनका हल करेंगे सवाल पर उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों के दौरान पटियाला में नगर निगम में विवाद चल रहा था जो पटियाला का ही अपना मसला था। इसलिए वे यहां पर नहीं आए कि सरकार पर किसी तरह का आरोप लगे कि इस मामले में सरकार अपनी दखलअंदाजी कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में उन्होंने कहा कि वह अब कांग्रेस को छोड़कर नई पार्टी बना चुके हैं लेकिन फिर भी उन्होंने पार्टी का नाम कांग्रेस के नाम पर ही रखा है क्योंकि उनको पता है कि कांग्रेस के अलावा कोई भी पार्टी पंजाब में विकास नहीं कर सकती और लोग इसी गलती में ही उनको शायद वोट दे देंगे लेकिन ऐसा संभव नहीं है।
वालंटियर्स ने मंत्री के खिलाफ की नारेबाजी
डा. राजकुमार वेरका का कोरोना काल में रखे गए वालंटियर्स को फारिग करने के कारण आज उन्होंने मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसी दौरान कुछ उनके साथी पार्किंग की बिल्डिंग पर भी चढ़ गए और इसी पार्किंग का ही राज कुमार वेरका ने अभी उद्घाटन करना है। वहीं आउटसोर्स मुलाजिमों के विरोध के चलते डॉ राजकुमार वेरका को उद्घाटन समारोह बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा। वह मेडिकल कॉलेज के एडमिन ब्लॉक का उद्घाटन करने के बाद राजिंदरा हॉस्पिटल में नहीं आए। यहां पर उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट व मल्टी पार्किंग का उद्घाटन करना था लेकिन वह अस्पताल के दोनों प्रोजेक्टों का उद्घाटन किए बगैर ही निकल गए।