निजी अस्पताल पर कार्रवाई की सिफारिश करेगा सेहत विभाग
सिविल अस्पताल में ओ पॉजिटिव खून के दो यूनिट बेचने के मामले में सेहत विभाग की टीम ने गढ़ा स्थित हीलिंग टच अस्पताल का दौरा कर रिकार्ड खंगाला।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सिविल अस्पताल में ओ पॉजिटिव खून के दो यूनिट बेचने के मामले में सेहत विभाग की टीम ने गढ़ा स्थित हीलिंग टच अस्पताल का दौरा कर रिकार्ड खंगाला। सेहत विभाग ने खून वापिस करने के मामले में अस्पताल प्रबंधन को घेर लिया है। विभाग अब कार्रवाई के लिए पंजाब मेडिकल कौंसिल को सिफारिश करेगा। वहीं पिम्स को इस मामले में क्लीन चिट और रिकार्ड में खामियों को लेकर एक्शन लिया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार बग्गा ने बताया कि सोमवार को ड्रग इंस्पेक्टर अनुपमा कालिया व सीनियर सहायक दिनेश कुमार की टीम ने ही¨लग टच अस्पताल का दौरा कर रिकॉर्ड खंगाला। टीम की रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों को खून वापस कर मेडिकल सिद्धांतों व बायोमेडिकल वेस्ट रखरखाव के नियमों को दरकिनार किया हैं। ड्रग एंड कास्मेटिक्स एक्ट के तहत किसी भी प्रकार का एक्शन नही बनता है, लेकिन सेहत विभाग की ओर से अस्पताल के डाक्टर के खिलाफ एक्शन लेने के लिए पंजाब मेडिकल कौंसिल (पीएमसी) को सिफारिश की जाएगी। सिद्धांतों को दरकिनार करने के आरोप में उसकी पीएमसी का पंजीकरण सस्पेंड हो सकता है।
परिजनों के दबाव में लिखित आवेदन लेकर ही ब्लड वापस किया : डॉ. केजे सिंह
हीलिंग टच अस्पताल के डॉ. केजे ¨सह ने बताया कि उन्होंने किसी भी नियम की अनदेखी नहीं की है। उन्होंने मरीज के परिजनों की ओर से दबाव बनाने के बाद लिखित आवेदन लेकर खून के दो यूनिट उन्हें सौंपे थे।
पिम्स के ब्लड बैंक को क्लीन चिट, दूसरे मामले में होगा एक्शन
सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि सिविल अस्पताल में बिके खून के दोनों यूनिट पिम्स के ब्लड बैंक से जारी हुए थे। ब्लड बैंक ने नीतियों के तहत खून उन्हें दिया है। इस मामले में उन्हें क्लीन चिट दी गई हैं। वहीं, पिम्स में विभाग की दबिश के दौरान पाई गई खामियों के मामले को लेकर एक्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
सिविल अस्पताल में ब्लड बेचने वाले विभाग की पकड़ से दूर
सिविल अस्पताल में ब्लड की सप्लाई देने वाला व्यक्ति सेहत विभाग की पकड़ से दूर है। विभाग ब्लड की डिलिवरी देने वाले को पकड़ने के लिए कोसों दूर है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि आरोपित को पकड़ना पुलिस को जिम्मेदारी है। पुलिस को केस देने से पहले कानूनी सलाह ली जाएगी। हालांकि उन्होंने आरोपित के फोन की कॉल डिटेल निकलवाने की बात कही हैं।
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई न हुई तो हाई कमान की शरण में जाएंगे
द ¨हदुस्तान ब्लड डोनर्स वेल्फेयर सोसायटी के प्रधान विनीत पुरी व बीआर अंबेदकर ब्लड डोनर्स एसोसिएशन के प्रधान जतिन मट्टू ने कहा कि सेहत विभाग ने अगर कोई कार्रवाई न की तो वह सेहत विभाग के आला अधिकारियों के अलावा हाईकोर्ट की शरण में जाएंगे।