सेहत विभाग करेगा निजी अस्पतालों के मरीजों के कोरोना टेस्ट
शहर में कोरोना के बढ़ते मरीजों को लेकर सेहत विभाग के हाथ पैर फूलने लगे है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : शहर में कोरोना के बढ़ते मरीजों को लेकर सेहत विभाग के हाथ पैर फूलने लगे है। जिले में कोरोना के मरीजों को लेकर सेहत सुविधाओं का जायजा लेने के लिए सेहत विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग अग्रवाल ने विशेष दौरा किया। उन्होंने सर्किट हाउस में सेहत अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि निजी लैब में पॉजिटिव रिपोर्ट की दर में तेजी से इजाफा होने से दहशत बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग अब निजी अस्पतालों के मरीजों के सैंपल भी सरकारी लैबोरेटरी में ही जांच करवाएगा। सेहत विभाग की टीमें घर-घर सर्वे करेंगी। इसमें आशा वर्कर, आंगनबाड़ी तथा वालंटियर्स को शामिल किया जाएगा। सर्वे के लिए चार रूपये प्रति व्यक्ति प्रोत्साहन राशी दी जाएगी। पांच हजार रुपये प्रतिमाह पर महिला वालंटियर्स की भी तैनाती की जाएगी। इससे पहले उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. गुरिदर कौर चावला के साथ गुप्त बैठक कर जालंधर की स्थिति का जायजा लिया। इसके उपरांत वह सिविल सर्जन आफिस में पहुंचे। अंत में उन्होंने सिविल अस्पताल के फ्लू कॉर्नर, जच्चा-बच्चा वार्ड, मॉडल नशा छुड़ाओ केंद्र में बने आइसोलेशन वार्ड, इमरजेंसी तथा ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. गुरिदर कौर चावला, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. हरिदर पाल सिंह, डॉ. सीमा, डॉ. टीपी सिंह, डॉ. रमन शर्मा, डॉ. एसएस नांगल, डॉ. सतिदर कौर पवार, डॉ. चन्नजीव सिंह, डॉ. कश्मीरी लाल, डॉ. गुरमीत कौर, डॉ. सुरिदर कुमार, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. ज्योति शर्मा, डॉ. अनु दोगाला, डॉ. हरीश भारद्वाज, डॉ. बलजीत कुमार व नीलम कुमारी के अलावा अस्पताल के स्टाफ के सदस्य मौजूद थे।
प्रमुख सचिव में नहीं बुलाए अस्पताल के अधिकारी
जालंधर: शुक्रवार को सेहत विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग अग्रवाल ने सर्किट हाउस में बैठक की। बैठक में सिविल सर्जन ऑफिस के सभी अधिकारी मौजूद थे, परंतु सिविल अस्पताल के एमएस नहीं पहुंचे। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि प्रमुख सचिव के आने की सूचना सिविल सर्जन को थी, जो अस्पताल तक नहीं पहुंची। उन्हें तब पता चला, जब वह सिविल अस्पताल का दौरा करने पहुंचे। उन्हें अस्पताल की सुविधाओं से अवगत करवाया और प्रमुख सचिव ने संतुष्टि जाहिर की।