सिर में लगी छोटी सी चोट भी खतरनाक, इसलिए हेलमेट जरूर पहनें: डॉ. ब्रिकम
न्यूरोसर्जन डॉ. बिक्रम ¨सह ने कहा कि सड़क हादसों में मौत का मुख्य कारण सिर में लगने वाली चोट है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : भागदौड़ भरी ¨जदगी में सिर पर हलकी चोट भी खतरनाक साबित हो सकती हैं। सड़क हादसों में मौत का मुख्य कारण सिर में लगने वाली चोट है। यह कहना है न्यूरोसर्जन डॉ. बिक्रम ¨सह का। वह नीमा की ओर से आयोजित संगोष्ठी में संबोधन कर रहे थे। उन्होंने दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट डालकर ड्राइ¨वग करने की सलाह दी ताकि मृत्यु दर को कम किया जा सके।
उन्होंने बताया कि साधारण सिर की चोट से सिर दर्द, घबराहट, उल्टियां और नींद में रुकावट हो सकती है। इस तरह के मरीजों को बेहोशी के साथ-साथ सांस में रुकावट हो सकती है। मरीज के समय पर अस्पताल पहुंचाने व प्राथमिकी सहायता से मरीज का इलाज संभव हैं। संगोष्ठी की प्रधानगी नीमा जालंधर के प्रधान डॉ. अनिल नागरथ ने की। उन्होंने नीमा सदस्यों के बच्चों को ब्रिलियंट अवॉर्ड दिए। डॉ मीनू ने मंच का संचालन किया। संगोष्ठी में डॉ. मनीष मेहता, डॉ. पर¨मदर बजाज, डॉ. दिनेश जग्गी, डॉ रमेश कंबोज, डाँ रजनीश, डॉ रतन शर्मा, डॉ बीएस बोहरी, डॉ विपुल कक्कड़, डॉ. हरजीत कौर, डॉ. ऋतु गुप्ता, डॉ. अश्वनी नरूला, डॉ. महेंद्र नरूला, डॉ. सौरभ, डॉ. होंडा, डॉ. सतीश शर्मा, डॉ पूजा डोगरा, डॉ अविनाश, डॉ राणा, डॉ अनिल ज्योति, डॉ दिनेश जग्गी, डॉ सुगंधा भाटिया, डॉ मनु प्रिया, डॉ अविनाश गुप्ता, डॉ सुनीता नागरथ, डॉ रोमी मेहता, डॉ तिलक गुप्ता, डॉ एसपी डोगरा, डॉ विपुल कक्कड़, डॉ राजनी धवन, डॉ भजन कालरा, डॉ शशिभूषण, डॉ आशा,डॉ. अनु रामपाल मौजूद रहे।