एडीजीपी पीएपी के दफ्तर में पुलिस कर्मियों का करवाया रिश्ता दहेज की चढ़ा भेंट, हेड कांस्टेबल पर केस
हेड कांस्टेबल ने शादी के कुछ समय बाद ही कम दहेज लाने के ताने मारे व महिला सिपाही को घर से निकाल दिया। महिला सिपाही ने इसकी शिकायत सीपी से की।
जालंधर, जेएनएन। एडीजीपी पीएपी के दफ्तर में पुलिस कर्मचारियों ने हेड कांस्टेबल व महिला सिपाही का जो रिश्ता कराया, वो दहेज उत्पीड़न की भेंट चढ़ गया। हेड कांस्टेबल ने शादी के कुछ समय बाद ही कम दहेज लाने के ताने मारे व महिला सिपाही को घर से निकाल दिया। महिला सिपाही ने इसकी शिकायत सीपी से की। महिला थाने ने जांच के बाद दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कर लिया गया है।
महिला थाने की एसएचओ प्रवीन कौर ने जांच रिपोर्ट में कहा कि संत नगर बस्ती शेख की शिल्पा जालंधर देहात पुलिस में सिपाही है। 2003 से उसकी तैनाती अस्थायी तौर पर पीएपी के एडीजीपी दफ्तर की सीआइ ब्रांच में है। उसी ब्रांच में नवांशहर निवासी हेड कांस्टेबल प्रवीन कुमार की भी ड्यूटी है। दफ्तर के कर्मचारियों ने ही दोनों का रिश्ता करवाया। 2014 को रिंग सेरेमनी और 13 फरवरी 2015 को उनकी शादी हुई।
शादी के कुछ समय बाद प्रवीन ने कम दहेज और घटिया क्वालिटी का सामान देने की बात कहकर उसे ताने देने शुरू कर दिए। उसे परेशान करके अप्रैल 2015 में घर से निकाल दिया। फिर पारिवारिक सदस्यों के राजीनामे के बाद वो लौट गई। 12 जनवरी 2016 को फिर झगड़ा हुआ और उसे घर से निकाल दिया। फिर राजीनामा हुआ और अप्रैल 2016 में वो फिर ससुराल लौट गई। नवंबर 2016 में पति ने फिर घर से निकाल दिया। उसने एडीजीपी पीएपी दफ्तर की सीआइ ब्रांच के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर सतनाम सिंह को बताया तो उन्होंने प्रवीन को समझाया और 12 फरवरी 2017 को वो उसे घर ले गया। जुलाई 2017 में शिल्पा गर्भवती हो गई।
इसके बाद प्रवीन ने शिल्पा से प्लॉट लेने के लिए पांच लाख रुपये मांगे। शिल्पा ने मजबूरी जताई तो उसे फिर मानसिक तौर पर परेशान करते हुए जुलाई 2017 में घर से जाने को मजबूर कर दिया। वह मायके लौट आई और वहां रहते हुए आठ मार्च 2018 को बेटी को जन्म दिया। इस वक्त शिल्पा बच्ची के साथ मायके में रह रही है। अब प्रवीन कुमार उसे बसाना नहीं चाहता। जिससे वो परेशान है। शिल्पा ने इस संबंध में खर्चे के लिए अदालत में भी केस कर रखा है।
पुलिस कर्मी के घर से दहेज का सामान चोरी
शिल्पा ने शिकायत में आरोप लगाया था कि उसके दहेज का सामान पति के कब्जे में है। हालांकि महिला थाने की जांच में सामने आया कि शिल्पा के ससुराल में 20 जून 2016 को चोरी हो गई थी, जिस संबंध में पुलिस कर्मी देवर नरेश कुमार ने अगले दिन शहीद भगत सिंह नगर के थाना नवांशहर में केस दर्ज करवाया है।
पुलिस कर्मी देवर को मिली क्लीन चिट
शिल्पा ने शिकायत में देवर पर भी परेशान करने के आरोप लगाए थे लेकिन जांच के बाद इंस्पेक्टर प्रवीन कौर ने क्लीनचिट दे दी। जांच रिपोर्ट के मुताबिक देवर नरेश कुमार 2011 में पुलिस में भर्ती हुआ। वह शहीद भगत सिंह नगर में ड्यूटी कर रहा है। वह सुबह ड्यूटी पर चला जाता है और रात को लौटता है। ससुराल परिवार के मारपीट को लेकर भी शिल्पा कोई एमएलआर रिपोर्ट या अन्य सुबूत नहीं दे सकी। सास भी बुजुर्ग है। वहीं, ननद सर्बजीत कौर की भी दहेज उत्पीड़न में कोई भागीदारी नहीं मिली।