Move to Jagran APP

व‌र्ल्ड रैंकिंग में आना है हरजय का सपना

टेनिस खिलाड़ी हरजय कई खिताब अपने नाम कर चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 07:41 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 07:41 PM (IST)
व‌र्ल्ड रैंकिंग में आना  है हरजय का सपना
व‌र्ल्ड रैंकिंग में आना है हरजय का सपना

जागरण संवाददाता, जालंधर : पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल में आठवीं कक्षा के टेनिस खिलाड़ी हरजय सिंह अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर कई खिताब अपने नाम कर चुके हैं। हरजय सिंह की दो बहनें हैं। एक बहन खुशमन बिद्रा बैडमिटन में कई खिताब जीत चुकी हैं। वहीं, दूसरी बहन हरमन बिद्रा आइएएस की तैयारी कर रही हैं। हरजय सिंह ने टेनिस खेलना अपनी बहन खुशमन बिद्रा से प्रेरित होकर शुरू किया। पिता अमनप्रीत बिद्रा खेल कारोबारी हैं जबकि मां ज्योति बिद्रा घर संभालती हैं। हरजय सिंह की उपलब्धियां

loksabha election banner

डीएवी क्लस्टर में स्वर्ण पदक जीता।

डीएवी जोनल टूर्नामेंट में रजत पदक जीता।

डिस्ट्रिक्ट टेनिस टूर्नामेंट में रजत पदक।

स्टेट टेनिस टूर्नामेंट में रजत पदक जीता।

बीसी बुद्धा मेमोरियल टेनिस टूर्नामेंट में रजत पदक जीता।

डिवाइन पब्लिक स्कूल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। रोजाना दो घंटे अभ्यास करते हैं हरजय

हरजय सिंह ने बताया कि वह रोजाना दो घंटे लिटिल ब्लासम स्कूल में चल रही टेनिस एकेडमी में जाकर अभ्यास करते हैं। हरजय ने बताया कि वह नंबर वन टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच को अपना आदर्श मानते हैं। व‌र्ल्ड रैकिग में पहले स्थान पर काबिज होना उनका सपना है। कई बच्चों को खेलने के लिए मना नहीं किया

पिता मनप्रीत सिंह बिद्रा व मां ज्योति बिद्रा ने कहा कि उन्होंने कभी भी बच्चों को खेलने से मना नहीं किया। बेटी खुशमन ने चौथी कक्षा से ही बैडमिटन को हाथ में पकड़ लिया था। दोनों बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। पदक जीतकर हमारा नाम रौशन कर रहे हैं। मां बाप के लिए इससे बड़ी खुशी क्या हो सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.