महिला काे अश्लील मैसेज भेजने का आराेपित हार्दिक जांच में नहीं हो रहा शामिल, पुलिस ने तीसरा नोटिस भेजा
करीब एक महीने पहले पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे समन भेजा था और उसे सात दिन में पेश होने के लिए कहा था। सात दिन पूरे होने के बाद उसने मेडिकल भेज कर अपनी तबीयत ठीक न होने की बात कही।
जालंधर, जेएनएन। जालंधर हाइट्स में रहने वाली महिला को अश्लील मैसेज भेजने वाला गुरुग्राम के सेक्टर 47 निवासी हार्दिक अरोड़ा एक महीने बाद भी पुलिस की जांच में शामिल नहीं हो रहा। बीमारी का बहाना बना कर जालंधर पुलिस की जांच में शामिल नहीं होने वाला हार्दिक एक महीने बाद भी पुलिस का फोन नहीं उठा रहा। वहीं पुलिस उसे दो नोटिस भेज चुकी है और अब उसे तीसरा नोटिस भी जारी कर दिया गया है।
करीब एक महीने पहले पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे समन भेजा था और उसे सात दिन में पेश होने के लिए कहा था। सात दिन पूरे होने के बाद उसने मेडिकल भेज कर अपनी तबीयत ठीक न होने की बात कही। उसने मेडिकल के साथ लगाई अर्जी में कहा था कि उसे कोरोना के लक्षण हैं तो उसे कुछ दिन आराम करने दिया जाए। ठीक होने के बाद वो खुद पेश हो जाएगा।
पुलिस ने उसे फोन करने का प्रयास किया, लेकिन वह संपर्क में नहीं आया। पुलिस ने वीडियो कॉल की लेकिन उस पर उसका कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद पुलिस ने उसे दो बार नोटिस भेजा। इसके बावजूद वह ना तो पुलिस जांच में शामिल हुआ और ना ही उसने जालंधर पुलिस के साथ फोन पर संपर्क किया। अब पुलिस उसका गिरफ्तारी वारंट जारी करने की तैयारी में जुटी है और इससे पहले अब पुलिस ने उसे तीसरा नोटिस भी भेज दिया है। एसीपी धर्मपाल ने बताया कि आरोपित जांच में शामिल न होने के लिए बहाने बना रहा था और अब फोन भी नहीं उठा रहा। अब उसको तीसरा नोटिस भेज दिया गया है और यदि वो अब भी जांच में शामिल नहीं होता है तो उसका गिरफ्तारी वारंट निकाला जाएगा।
क्या है पूरा मामला
बीते दिनों जालंधर हाइट्स की रहने वाले महिला ने पुलिस कमिश्नर गुुरप्रीत सिंह भुल्लर को दी थी कि गुरुग्राम का रहने वाले हार्दिक सोशल मीडिया पर उसे अश्लील मैैसेज भेजता था। उन्होंने कई बार उसे मना किया लेकिन वो नहीं मान रहा था। उसने बताया था कि हार्दिक की मां के साथ उसके पति के अवैध संबंध थे। इसी वजह से वो उसे तंग करता था। एक दिन उसके मैसेज उनकी बेटी ने पढ़ लिए जिससे वो डिप्रेशन में चली गई।
इसके बाद हार्दिक को फिर से मना किया लेकिन वह नहीं मान रहा था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने हार्दिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। एसीपी धर्मपाल ने आरोपित को जांच में शामिल होने के लिए सात दिन का नोटिस जारी किया था लेकिन वो नहीं आया।