बदवाल लाना है तो पहले खुद बदलो : हरभजन
अज्ज उसदे वारिस वी बहुत अणखी ने साल च सिर्फ दो वारी आके ओहदा बुत नवाउंदे ने आखण नूं तां भगत ¨सह दे फैन बथेरे ने कुछ ऐसे ही शब्दों से क्रिकेटर हरभजन ¨सह ने अपने वीडियो एक सुनेहा भाग-2 से लचर गायकी, पंजाब में बढ़ रहे नशे और कारखानों के कारण प्रदूषित हो रहे पानी पर कटाक्ष किया। उन्होंने युवाओं को पंजाब को खुशहाल बनाने की अपील की।
जागरण संवाददाता, जालंधर
अज्ज उसदे वारिस वी बहुत अणखी ने
साल च सिर्फ दो वारी आके ओहदा बुत नवाउंदे ने
आखण नूं तां भगत ¨सह दे फैन बथेरे ने
कुछ ऐसे ही शब्दों से क्रिकेटर हरभजन ¨सह ने अपने वीडियो एक सुनेहा भाग-2 से लचर गायकी, पंजाब में बढ़ रहे नशे और कारखानों के कारण प्रदूषित हो रहे पानी पर कटाक्ष किया। उन्होंने युवाओं को पंजाब को खुशहाल बनाने की अपील की। भगत ¨सह के 87वें शहीदी दिवस पर हरभजन ¨सह ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ये वीडियो रिलीज किया। इस मौके पर हरभजन ¨सह की पत्नी गीता बसरा, बेटी हिनाया हीर, गीतकार संजय गलोरी और गोयल म्यूजिक के सु¨रदर कुमार गोयल तथा ओम गौरी दत्त शर्मा मौजूद रहे।
हरभजन ¨सह ने कहा कि भगत ¨सह का पंजाब को खुशहाल देखने का सपना था। लेकिन आज तक उनका सपना सच नहीं हुआ। युवा विदेश जा रहे हैं, नशा कर रहे हैं। सब बदलाव चाहते हैं लेकिन कोई शुरुआत नहीं कर रहा। दरअसल भगत ¨सह के पहरावे से कोई फर्क नहीं पड़ता, उनकी अपनी सोच क्या थी ये महत्व रखती है। युवाओं को उनसे सीखना चाहिए। अगर बदलाव लाना है तो सबसे पहले खुद को बदलना होगा। हरभजन ने राजनीति में आने के सवाल पर कहा कि जब आएंगे तो सभी को इस बारे में बताएंगे। अभी ऐसा प्लान नहीं है। युवाओं को खेलों की ओर प्रोत्साहित करें
हरभजन ने कहा कि चाहे एक आदमी नशे में हो या 100, पर है तो हमारे पंजाबी भाई। एक आदमी भी बदलाव ला सकता है। मैंने खुद चार लोग जो नशा करते थे उनका इलाज करवाया था। मेरे लिए ये बड़ी सफलता है। वे आगे और लोगों को जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को हमें खेलों व पढ़ाई के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस वीडियो को यू ट्यूब पर कितने व्यूज मिले ये मायने नहीं रखता बल्कि हमारी कमाई ये होगी अगर इस वीडियो से प्रेरित होकर दो-तीन आदमी नशा छोड़ दें। लचर गाने गाना बंद करें गायक
हरभजन ने कहा कि हमारे गीतकार, गायक बहुत सारे लोगों के प्रेरणास्त्रोत हैं। सभी युवा उनकी तरह बनना चाहते हैं। उन्हें कुछ ऐसा भी गाना चाहिए जो हमारे देश के काम आए। जो समाज को सुधार सके। समाज के लिए ये बहुत महत्व रखता है कि गायक क्या गा रहे हैं। मैं गा नहीं सकता, क्योंकि मैं गायक नहीं हूं लेकिन मैं बोल सकता हूं। इसलिए आप सबसे अपील है कि अच्छा सुनो और उस पर अमल करो।