हंसराज बैडमिटन स्टेडियम खुला, खिलाड़ियों ने बहाया पसीना
दो माह से बंद हंसराज बैडमिटन स्टेडियम खुल गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : दो माह से बंद हंसराज बैडमिटन स्टेडियम के खुलने से एक बार फिर से स्टेडियम में खिलाड़ियों की चहल पहल दिखी। इस दौरान सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया गया। प्रवेश गेट पर आने वाले खिलाड़ियों के शरीर का तापमान चेक किया जा रहा था। उन्हीं को स्टेडियम में प्रवेश मिल रहा था, जिनके पास स्टेडियम की ओर से मिला पहचान पत्र था। खिलाड़ियों के हाथों के साथ-साथ जूतों को भी सैनिटाइज किया जा रहा था।
इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद खिलाड़ी बैडमिटन कोर्ट में ट्रेनिग करने पहुंचे। स्टेडियम में बैठे खिलाड़ियों में शारीरिक दूरी का खासा ख्याल रखा गया था। चार कोर्ट में आठ खिलाड़ी अभ्यास कर रहे थे। पहले आठ खिलाड़ी बाहर निकलने के बाद, अन्य आठ खिलाड़ियों को कोर्ट में ट्रेनिग करने के लिए भेजा जा रहा था। फिलहाल अभ्यास के दौरान खिलाड़ी हाथ की बजाय बैडमिटन से शटल को उठा रहे थे। कुर्सियों को किया जा रहा था सैनिटाइज
बैडमिटन कोर्ट की दर्शक दीर्घा में लगी कुर्सियों को भी बार-बार सैनिटाइज किया जा रहा था। ट्रेनिग करने के बाद खिलाड़ी कोर्ट के बाहर निकलते ही मुंह पर मास्क लगा रहे थे। हर खिलाड़ी के पास अपना टॉवल व बैडमिटन था। कोई भी खिलाड़ी किसी के साथ हाथ नहीं मिला रहा था। खिलाड़ियों ने मानी सेहत विभाग की गाइडलाइन : खन्ना
जालंधर बैडमिटन एसोसिएशन की अंतरिम कमेटी के सदस्य रितिन खन्ना ने बताया कि स्टेडियम में खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए हए हैं। बिना पहचान पत्र के खिलाड़ियों को एंट्री नहीं दी जा रही है। बैडमिटन कोर्ट में अभ्यास करने से पहले खिलाड़ियों के हाथों के अलावा जूतों को सैनिटाइज किया जा रहा है। इसके अलावा किसी से हाथ मिलाने की भी मनाही है।