इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने लोन नहीं चुकाया तो गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम हो सकता है नीलाम
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के बैंक खाते को 31 मार्च को नॉन परफार्मिग एसेट (एनपीए) घोषित करने के बाद पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम के गेट पर साकेतिक कब्जे का नोटिस चस्पा कर दिया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के बैंक खाते को 31 मार्च को नॉन परफार्मिग एसेट (एनपीए) घोषित करने के बाद पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम के गेट पर साकेतिक कब्जे का नोटिस चस्पा कर दिया। बैंक प्रबंधन का कहना है कि अब स्टेडियम की फिजीकल पजेशन लेने के लिए डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (डीएम) को पत्र लिखा जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पीएनबी के डीजीएम केसी गगरानी ने बताया कि मंगलवार को सरफेसी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। डीएम की परमिशन मिलने के बाद स्टेडियम का स्थायी कब्जा लिया जाएगा और फिर स्टेडियम बेचकर लोन की रकम जुटाई जाएगी। हालाकि, गगरानी का कहना है कि स्टेडियम को बेचने से पहले यदि ट्रस्ट लोन की राशि चुका देता है तो बैंक अपनी कार्रवाई रोक देगा।
उधर, स्टेडियम के गेट पर साकेतिक कब्जे के नोटिस चस्पा करने और लोन न चुका पाने के संबंध में पूछे जाने पर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दीपर्वा लाकड़ा ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा सरकार को फंड मुहैया कराने के लिए लिखा गया है। इसके साथ ही ट्रस्ट अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम के मामले में बुधवार को उनकी बैंक के डीजीएम के साथ बैठक है। इसमें ट्रस्ट अपना पक्ष रखते हुए मसले को हल निकालने की कोशिश करेगा। ट्रस्ट ने पीएनबी से लिया था 175 करोड़ रुपये का लोन
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ओर से सूर्या एंक्लेव एक्सटेंशन (94.97 एकड़ स्कीम) के लिए 2011 में पंजाब नेशनल बैंक से 175 करोड़ रुपये का लोन लिया था पर ट्रस्ट इस लोन की किश्तें जमा नहीं करा पाया। 31 मार्च 2018 को बैंक ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को एनपीए घोषित कर दिया था। इसके बाद से ट्रस्ट की मुश्किलें बढ़ गईं। गौरतलब है कि बैंक प्रबंधन ने 13 अगस्त को स्टेडियम सील करना था। पर ट्रस्ट द्वारा स्वतंत्रता दिवस समारोह का हवाला देकर इस कार्रवाई को टालने की अपील की गई थी। बैंक प्रबंधन के सूत्रों के मुताबिक ट्रस्ट को एनपीए से बाहर आने के लिए कम से कम 26 करोड़ रुपये तत्काल बैंक में जमा कराने होंगे।