GST Council Meeting: जालंधर में व्यापारी बोले, जीएसटी दरें तय करने वाली मीटिंग में हमें भी किया जाए शामिल
महामंत्री कपिल पुंछी व चेयरमैन नीरज अरोड़ा ने कहा कि टेक्सटाइल्स फुटवियर एलइडी लाइटिंग को पांच प्रतिशत की दर में ही रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के प्रयासों से ही हर माह जीएसटी से होने वाले राजस्व में बढ़ोतरी हो रही है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। GST Council Meeting: व्यापारियों की राष्ट्रीय स्तरीय संस्था कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने जीएसटी की दरें तय करने के दौरान व्यापारियों की शमूलियत को सुनिश्चित किए जाने मांग रखी है। इस संबंध में आयोजित बैठक के दौरान जिला प्रधान भरत काकड़िया ने कहा कि जीएसटी कांउंसिल की 28 व 29 जून को चंडीगढ़ में होने वाली बैठक के दौरान व्यापारी नेताओं की राय ली जानी जरूरी है।
व्यापारी वर्ग को करना होता है परेशानियों का सामना
इसका कारण यह है कि, जीएसटी से संबंधित टैक्स की अदायगी से लेकर तमाम तरह की परेशानियों का सामना व्यापारी वर्ग को करना होता है। ऐसे में उनसे संबंधित लिए जाने वाले फैसलों में व्यापारियों की भूमिका अहम है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया, राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल, चेयरमैन पंजाब प्यारे लाल सेठ, प्रदेश प्रधान हरकेश मित्तल, प्रदेश महामंत्री समीर जैन द्वारा पहले ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से उक्त मांग को लेकर आग्रह किया जा चुका है।
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व्यापारियों से भी ली जा सकती है सलाह
महामंत्री कपिल पुंछी व चेयरमैन नीरज अरोड़ा ने कहा कि टेक्सटाइल्स, फुटवियर, एलइडी लाइटिंग को पांच प्रतिशत की दर में ही रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के प्रयासों से ही हर माह जीएसटी से होने वाले राजस्व में बढ़ोतरी हो रही है। अब जीएसटी कर कानूनों व नियमों की समीक्षा किए जाने की जरूरत है। संस्था के निखिल गुप्ता व उपाध्यक्ष रोहित माहेश्वरी ने कहा कि कर प्रणाली की त्रुटियों को दूर करने के लिए भी व्यापारियों से सलाह ली जा सकती है।
वहीं कोषाध्यक्ष अमनदीप सिंह ने कहा कि महंगाई के दौर में लोगों की आय कम हो रही है, लेकिन खर्चे लगातार बढ़ते जा रहे हैं। भरत काकड़िया ने कहा कि व्यापारियों से जुड़े इस मुद्दे का समाधान भी व्यापारियों की सहमति से ही संभव है। ऐसे में बैठक से पहले उनके साथ विचार विमर्श जरूर किया जाना चाहिए।