मरीजों को सीधे पीजीआइ रेफर नहीं कर सकेंगे सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए आदेश; जानिए क्या है वजह
पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन ने सरकारी अस्पतालों को मरीजों को सीधे पीजीआइ व सरकारी मेडिकल कालेज सेक्टर-32 चंडीगढ़ में रेफर करने पर रोक लगा दी है। मेडिकल कालेज ही जरूरत के अनुसार मरीजों को पीजीआइ या सरकारी मेडिकल कालेज सेक्टर 32 चंडीगढ़ में रेफर करेंगे।
जालंधर [जगदीश कुमार]। पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सीधे पीजीआइ तथा सरकारी मेडिकल कालेज सेक्टर-32 चंडीगढ़ में रेफर करने पर रोक लगा दी है। मरीजों की सुविधा के लिए राज्य के जिलों को चार हिस्सों में विभाजित किया गया है और इसके अनुसार जरूरत पड़ने पर मरीजों को पंजाब के ही चार सरकारी मेडिकल कालेजों में रेफर किया जाएगा।
मेडिकल कालेज ही जरूरत के अनुसार मरीजों को पीजीआइ या सरकारी मेडिकल कालेज सेक्टर 32 चंडीगढ़ में रेफर करेंगे। दरअसल, कोरोना शांत होने के बाद सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है और अस्पतालों में डाक्टरों की कमी है। इस कारण ड्यूटी पर तैनात डाक्टर मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत चंडीगढ़ पीजीआइ या सेक्टर-32 स्थित मेडिकल कालेज में रेफर करने लगे हैं।
इनमें से ज्यादातर मरीज वहां भर्ती नहीं हो पाते और उन्हें वापस आना पड़ता है। इस कारण न केवल मरीज को असुविधा होती है वहीं उसे लेकर चंडीगढ़ गई एंबुलेंस 108 भी कई घंटे तक व्यस्त हो जाती है। इस कारण कई अन्य मरीज एंबुलेंस की सही समय पर सेवा मिलने से वंचित रह जाते हैं। पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए और सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए यह कदम उठाया है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ महीने में राज्य के सरकारी अस्पतालों से मरीजों को बेवजह पीजीआइ तथा सरकारी मेडिकल कालेज सेक्टर-32 चंडीगढ़ में रेफर करने के मामलों की संख्या बढ़ने लगी थी। वहीं इमरजेंसी सेवाएं देने वाली एंबुलेंस 108 भी व्यस्त रहने लगी। राज्य के सरकारी अस्पतालों से रोजाना 25-30 से मरीज पीजीआइ और सेक्टर-32 में रेफर किए जा रहे हैं। कई जिलों में कई दिन 70-80 प्रतिशत एंबुलेंस चंडीगढ़ के रूट पर रहीं।
पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन के डायरेक्टर डा. रमन शर्मा ने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग की एमडी नीलमा ने यह आदेश जारी किए हैं। अब मरीजों को राज्य के सरकारी मेडिकल कालेजों में रेफर किया जाएगा। अगर वहां के डाक्टरों को लगेगा कि मरीज को पीजीआइ या सेक्टर-32 में रेफर किया जाना जरूरी है तो ही मरीज वहां भेजा जाएगा। इससे न केवल मरीजों को सही समय पर इलाज की सुविधा मिलेगी बल्कि एंबुलेंस 108 के समय की भी बचत होगी।
ऐसे बांटे जिले
- सरकारी मेडिकल कालेज, अमृतसर : अमृतसर , गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, तरनतारन तथा पठानकोट।
- सरकारी मेडिकल कालेज, फरीदकोट : बठिंडा, फरीदकोट, फिरोजपुर, फाजिल्का, मोगा तथा मुक्तसर।
- सरकारी मेडिकल कालेज, पटियाला: बरनाला, मानसा, पटियाला तथा संगरूर।
- सरकारी मेडिकल कालेज, मोहाली : फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, रोपड़, नवांशहर मोहाली।