Move to Jagran APP

स्कूलों तक नहीं पहुंचा एल्बेंडाजॉल का स्टॉक, ऐसे कैसे खत्म होंगे बच्चों के पेट के कीड़े

सेहत विभाग का 5.27 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली व सीरप देने का लक्ष्य है। विभाग के पास केवल 1.40 लाख गोलियां व 6 हजार सीरप का ही स्टाक पहुंचा है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sat, 09 Feb 2019 01:11 PM (IST)Updated: Sat, 09 Feb 2019 01:11 PM (IST)
स्कूलों तक नहीं पहुंचा एल्बेंडाजॉल का स्टॉक, ऐसे कैसे खत्म होंगे बच्चों के पेट के कीड़े
स्कूलों तक नहीं पहुंचा एल्बेंडाजॉल का स्टॉक, ऐसे कैसे खत्म होंगे बच्चों के पेट के कीड़े

जालंधर [जगदीश कुमार]। सेहत विभाग की ढुलमुल कार्यप्रणाली के चलते केंद्र सरकार का बच्चों को सेहतमंद  बनाने का सपना खाक में मिल सकता है। गत दिवस बच्चों के पेट में कीड़ों का खात्मा करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मनाया गया डीवर्मिंग डे जिले में फीका रहा। ज्यादातर स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों में पेट के कीड़ों का खात्मा करने वाली एल्बेंडाजोल की गोलियों का स्टॉक ही नहीं पहुंचा। सेहत विभाग मानता है कि डिमांड के मुकाबले काफी कम मात्रा में एल्बेंडाजोल की गोलियों और सीरप का स्टाक मिला है।

loksabha election banner

बता दें कि सेहत विभाग का 5.27 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली व सीरप देने का लक्ष्य है। विभाग के पास केवल 1.40 लाख गोलियां व 6 हजार सीरप का ही स्टाक पहुंचा है। वहीं शिक्षा विभाग भी दवा का इंतजार कर रहा है। दोनों ही विभागों ने 14 फरवरी को दूसरे राउंड में सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने का लक्ष्य पूरा करने की बात कही है। इससे पहले शुक्रवार को जिले के ज्यादातर स्कूलों में एल्बेंडाजोल की गोलियों का स्टॉक नहीं पहुंच पाया था।

सेहत विभाग ने बस्ती नौ के सनातन धर्म सीनियर स्कूल में डी-वर्मिंग डे मनाया पर उसके आसपास बस्तीयात इलाके के स्कूलों में गोलियों का स्टॉक नहीं पहुंचा। शिव ज्योति पब्लिक स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को मोबाइल पर एसएमएस डाले थे कि शुक्रवार को बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी। स्टॉक न पहुंचान पर उन्होंने दोबारा एसएमएस कर अगली तारिख देने की बात कही। वहीं बस्ती नौ स्थित आर्य स्कूल की प्रिंसिपल ने भी माना की उनके पास शुक्रवार दोपहर तक गोलियां नही पहुंची। सेहत विभाग की टीम आई थी और उन्होंने जल्द ही दवा मुहैया करवाने की बात कही है।

14 फरवरी को लक्ष्य पूरा करेंगे


सिविल सर्जन डाॅ. राजेश कुमार बग्गा का कहना है कि जिले में 5.27 लाख बच्चों को डी-वर्मिंग करने का लक्ष्य है। सेहत विभाग को डिमांड भेजी गई थी। इसके एवज में 1.40 लाख एल्बेंडाजोल की गोलियां व 6 हजार सीरप का स्टॉक पहुंचा है। 14 फरवरी तक लक्ष्य पूरा किया जाएगा। जैसे-जैसे विभाग से दवा का स्टॉक मिलेगा, तुरंत सप्लाई स्कूलों को जारी कर दी जाएगी। मिड डे मील के मैनेजर बलजिंदर सिंह ने भी माना की उनके पास दवाई का पूरा स्टॉक नहीं पहुंचा है। उन्हें केवल 1.40 लाख गोलियां मिली हैं, जो स्कूलों तक पहुंचा दी गई है। सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में 3.93 लाख बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। 2.53 लाख गोलियां सेहत विभाग की ओर से आनी बाकी हैं। 14 फरवरी को माॅप अप राउंड में सभी बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा जाएगा।

पांच लाख से ज्यादा बच्चों को खिलाई जाएगी गोली

जिले के 2200 स्कूलों तथा 1654 आंगवाड़ी सेंटरों में विभाग की टीमें 02 से 19 साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इसमें सरकारी स्कूलों के 196000, निजी स्कूलों के 215000 तथा आंगनवाड़ी सेंटरों के 116000 बच्चे शामिल हैं।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.