Corona Hero: आइसोलेशन वार्ड को साफ रखने की कठिन जिम्मेदारी निभा रहीं गोपी
गोपी ठेके पर तैनात मुलाजिम हैं और कम वेतन के बावजूद पूरे जोश के साथ कोरोना वार्ड में स्वच्छता बहाल रख रही हैं।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना को हराने की जंग में जिला प्रशासन, पुलिस, डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ सिविल अस्पताल के सफाई कर्मचारी भी अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। कोरोना को हराने के लिए स्वच्छता ही सबसे बड़ा हथियार है और सिविल अस्पताल में तैनात सफाई कर्मचारी गोपी भी इस कड़ी का हिस्सा हैं। गोपी ठेके पर तैनात मुलाजिम हैं और कम वेतन के बावजूद पूरे जोश के साथ कोरोना वार्ड में स्वच्छता बहाल रख रही हैं।
गोपी ने बताया कि कोरोना की दस्तक से पहले उनकी ड्यूटी मेडिकल व सर्जिकल वार्ड में थी। कोरोना के खिलाफ जंग शुरू हुई तो उनकी ड्यूटी आइसोलेशन वार्ड में लगा दी गई। पहले दिन ड्यूटी करते समय थोड़ा डर लगा, लेकिन बाद में डर खत्म होता गया। पिछले एक माह से वे प्रभु का नाम लेकर बिना किसी डर के ड्यूटी कर रही हैं। इसके लिए वे रोजाना 12 किलोमीटर दूर स्कूटी पर आती थी। कुछ दिन पहले स्कूटी खराब हो गई तो वे अपने भाई को साथ आती हैं और छुट्टी के बाद उसी के साथ लौटती हैं।
पीपीई किट के बिना निभा रहीं फर्ज
पीपीई किट नहीं होने के कारण वे ऑपरेशन थियेटर में इस्तेमाल होने वाले कपड़े डालकर ड्यूटी कर रही हैं। ड्यूटी के बाद थकान उतारने के लिए वे घर जाकर गुनगुने पानी से नहाकर हल्का म्यूजिक सुनती हैं। गोपी ने बताया कि कोरोना के साथ लड़ाई में उनका रुटीन भी पूरी तरह डगमगा गया है। अब तो चौबीस घंटे ड्यूटी के बारे में ही सोचती रहती हैं।