गांधी वनिता आश्रम से नाबालिग भागी, चाचा मिलने पहुंचा तो प्रबंधकों ने शुरू की छानबीन
कपूरथला रोड पर स्थित गांधी वनिता आश्रम में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते एक माह में दूसरी नाबालिग लड़की आश्रम से भाग गई है।
जेएनएन, जालंधर। कपूरथला रोड पर स्थित गांधी वनिता आश्रम में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते एक माह में दूसरी नाबालिग लड़की आश्रम से भाग गई है। करीब एक महीने पहले भी एक नाबालिग लड़की आश्रम से भागी थी। प्रबंधकों ने ये बात पुलिस को बताई, लेकिन कुछ दिन बाद पता चला कि लड़की अपने घर पहुंच गई है।
सोमवार सुबह करीब नौ बजे भागी दूसरी लड़की को तलाशने के लिए प्रबंधकों ने अपने स्तर पर काफी जांच की लेकिन कुछ पता न चलने पर देर शाम थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस को शिकायत दी गई। शिकायत में आश्रम की सुपरिटेंडेंट मंजीत कौर ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार सुबह नौ बजे के बाद लड़की आश्रम से निकल गई, लेकिन वापस नहीं आई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जिस कमरे से लड़की भागी, उसकी खिड़की में ग्रिल नहीं थी। उसके गायब होने की बात पता चलने के बाद प्रबंधकों ने खिड़की पर ग्रिल भी लगवा दी। एएसआइ परमजीत सिंह ने बताया कि शिकायत आई है और जिस लड़की के बारे में बात हो रही है वो मलोट से भागकर आई है। जालंधर पुलिस को रेलवे स्टेशन पर मिली थी और वो अपने बारे में कुछ नहीं बता रही थी। उन्होंने बताया कि लड़की के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
आश्रम में हैं करीब 82 लड़कियां, सुरक्षा लगी दांव पर
मलोट निवासी नाबालिग के गायब होने के बाद आश्रम में रहने वाली करीब 82 लड़कियों की सुरक्षा दांव पर लग गई है। वहां रहने वाली ज्यादातर लड़कियां नाबालिग हैं, और जो बालिग हैं, वो भी अपने घरों को नहीं जाना चाहती। कइयों का कोर्ट में केस भी चल रहा है। आश्रम में 24 घंटे महिला पुलिस कर्मचारी तैनात हैं, प्राइवेट सिक्टोरिटी भी है लेकिन फिर भी सुबह के समय ही लड़की भागने में कामयाब हो गई। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि बाकी लड़कियों की सुरक्षा कैसे हो सकती है। यदि लड़की बाहर भाग सकती है तो कोई अंदर भी आ सकता है।
सीसीटीवी में नौ बज कर दो मिनट पर आई नजर, उसके बाद हुई गायब
गांधी वनिता आश्रम की नई इमारत बनने के बाद चारों तरफ कैमरे लगा दिए गए हैं। सुबह नौ बज कर दो मिनट पर लड़की रजाई रखने स्टोर में जाती हुई दिखाई दी लेकिन बाद में कहीं नजर नहीं आई। बाकी सारे सीसीटीवी कैमरे चेक किए लेकिन कुछ नहीं पता चला। इसके बाद प्रबंधकों ने सारे कमरों की चेकिंग की लेकिन लड़की नहीं मिली। दोपहर के समय लड़की का चाचा मिलने आया तो पता चला कि लड़की भाग गई है। इसके बाद पुलिस को शिकायत दी गई।
पहली मंजिल से पाइप के सहारे उतरी थी लड़की
पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि लड़की कमरे की खिड़की, जो पीछे की तरफ खुलती है, से गायब हुई। वहां पर ग्रिल नहीं लगी थी लेकिन उस कमरे की ऊंचाई जमीन से करीब 15 फुट ऊपर थी। बताया जा रहा है लड़की पाइप के सहारे नीचे उतरी थी। यदि रस्सी या चादरें बांधकर उतरी होती तो वहां पर कुछ न कुछ जरूर नजर आता।
प्रोग्राम आफिसर नरिंदर सिंह ने कहा, स्टाफ नहीं देता कोई जानकारी
इस संबंध में जब सुपरिटेंडेंट मंजीत कौर से बात की गई तो उनका फोन बंद था। प्रोग्राम आफिसर नरिंदर सिंह ने कहा कि यह स्टाफ की लापरवाही के चलते हुआ है। उन्होंने बताया कि स्टाफ उनको कभी जानकारी नहीं देता कि कौन सी लड़की कहां से आई है और क्या मामला है। ऐसे में वो किसी की काउंसलिंग भी नहीं कर पाते। उन्होंने बताया कि इस घटना में आश्रम के प्रबंधकों की पूरी पूरी लापरवाही सामने आती है। उन्होंने बताया कि जिस कमरे से लड़की भागी, वहां पर ग्रिल नहीं लगी थी। उन्होंने बताया कि करीब ढाई बजे उनको जानकारी मिली तो वह मौके पर गए और जहां से लड़की भागी वहां पर भी जांच की। उन्होंने बताया कि वह इस संबंध में आला अधिकारियों से बात करेंगे।