थोक मंडी में सीजनल सब्जियों की कमी नहीं
थोक सब्जी मंडी में सीजनल सब्जियों की आमद जारी है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : जिले की थोक सब्जी मंडी में सीजनल सब्जियों की आमद निर्विघ्न जारी है। गोभी से लेकर बैंगन, गाजर, ककड़ी से लेकर कद्दू तक की रोजाना भारी मात्रा में आमद हो रही है। वहीं, रिटेल विक्रेता केवल हाथों-हाथ बिकने वाली सब्जी ही उठा रहे हैं, जबकि बैंगन, लौकी, कद्दू व फलियां समेत कम बिकने वाली सब्जियां उठाने से परहेज कर रहे हैं।
कर्फ्यू के दौरान जिला प्रशासन फल और सब्जियों की नियमित सप्लाई दे रहा है। प्रशासन ने किसी भी नाके पर किसानों और फल-सब्जी विक्रेताओं को ना रोकने की हिदायत दी है, जिसके बाद मंडी में रोज भारी मात्रा में सीजनल सब्जियां व फल पहुंच रहे हैं। मंडी में सीजनल सब्जियों से लेकर फलों तक की आमद सामान्य हो चुकी है, जबकि मंडी में केवल रिटेल विक्रेताओं का प्रवेश निर्धारित करने से अब यहां स्टॉक बढ़ने लगा है। थोक विक्रेताओं का मानना है कि बिक्री ने रफ्तार ना पकड़ी तो सामान के खराब होने की चिता बढ़ सकती है। मंडी में रोजाना सब्जियां बच रही हैं, जिसका असर दामों पर गिरावट के रूप में पड़ा है। मंगलवार को थोक में मात्र छह रुपए किलो तक गोभी की बिक्री हुई है। इसी तरह सात रुपये किलो कद्दू और 15 से 17 रुपये किलो तक गाजर बेची गई है। इस बारे में थोक सब्जी विक्रेता रवि शंकर गुप्ता बताते हैं कि मंडी में सीजनल सब्जियों की कोई कमी नहीं है। बल्कि, माल की आमद में तेजी होने से दाम लगातार गिर रहे हैं। फलों का बढ़ने लगा स्टॉक
मकसूदां की थोक फल मंडी में भी माल का स्टॉक बढ़ने लगा है। थोक फल विक्रेता पुनियतम भारती (सिल्की) ने कहा कि मंडी में केले से लेकर तरबूज और संतरे से लेकर अंगूर का भारी स्टॉक पड़ा है। माल की निरंतर आमद और खरीदारों की कमी के कारण स्टॉक बढ़ने लगा है। हालांकि, नारियल, कीवी तथा विदेशी फ्रूट की आमद में जरूर गिरावट हुई है, लेकिन सीजनल फलों की आमद में कोई कमी नहीं है। सब्जियों के थोक के दाम
गोभी : छह रुपये
गाजर : 15 से 17 रुपये
शिमला मिर्च : 25 रुपये
कद्दू : सात रुपये
लौकी : 10 रुपये
टमाटर : 15 रुपये
धनियां : 15 से 20 रुपये
ककड़ी : 15 रुपये
खीरा : सात रुपये फल
संतरा : 40 से 50 रुपये
अंगूर : 40 रुपये
केला : 40 रुपये
तरबूज : 17 रुपये
किन्नू : 22 रुपये
(दाम प्रति किलो में)